दिल्ली कांग्रेस ने की केजरीवाल पर सवालों की बौछार, पूछा- वे आरएसएस और भाजपा के साथ थे या नहीं?
नई दिल्ली (New Delhi) । केंद्र सरकार (Central government) के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने कांग्रेस (Congress) से समर्थन की उम्मीदें लगा रखी हैं। इस बीच दिल्ली कांग्रेस ने इस मसले पर आम आदमी पार्टी को तगड़े संकेत दिए हैं। दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. नरेश कुमार ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) को मोदी सरकार के प्रति कांग्रेस के रुख पर सवाल करने के बजाय बताना चाहिए कि आम आदमी पार्टी और आरएसएस एक साथ थे या नहीं? केजरीवाल के रांची में दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. कुमार ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा क्या है, यह पूरी दुनिया जानती है।
डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि कांग्रेस कभी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ न रही है, न है और न रहेगी। केजरीवाल को यह जरूर बताना चाहिए कि वे आरएसएस और भाजपा के साथ थे या नहीं? केजरीवाल को यह बताना चाहिए कि आम आमदी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने अनुच्छेद 370 का समर्थन किया था या नहीं? जब दिल्ली में दंगे हो रहे थे तो वे किसके साथ थे? किसान आंदोलन हो रहा था तो क्या वे किसानों के साथ थे?
डॉ. नरेश कुमार ने पूछा केजरीवाल बताएं कि गुजरात चुनाव के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो हटाकर देवी लक्ष्मी की फोटो लगाने की बात कही थी या नहीं? साल 2013 में अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान रामलीला मैदान में एक तरफ किरन बेदी तो दूसरी तरफ केजरीवाल झंडा लहरा रहे थे या नहीं? इन सभी बातों से स्पष्ट है कि केजरीवाल कौन सी विचारधारा से यहां आए हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल राष्ट्रीय राजधानी में अधिकारियों के तबादले के अधिकार के मसले पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न विपक्षी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वह अपनी पार्टी के सहयोगी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने रांची गये थे।
गौर करने वाली बात यह भी कि दिल्ली कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी आलाकमान को आम आदमी पार्टी का समर्थन नहीं करने का सुझाव दिया है। इन नेताओं का कहना है कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर के ही सत्ता में आई है। दिल्ली कांग्रेस के कद्दावर नेता अजय माकन और संदीप दीक्षित दोनों ने मुखर रूप से पार्टी आलाकमान को आम आदमी पार्टी से दूरी बनाए रखने की सलाह दी थी। इन नेताओं का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने किसी भी मुद्दे पर कांग्रेस का समर्थन नहीं किया है। ऐसे में आम आदमी पार्टी का भी समर्थन नहीं किया जाना चाहिए।