नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 में कथित अनियमितताओं से जुड़े विवाद में उनका नाम घसीटे जाने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष नाखुशी जताई है। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि इसके बाद इन ट्वीट्स को हटा लिया गया है। उपराज्यपाल कार्यालय में सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल को लिखे पत्र में सक्सेना ने आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए दो ‘‘बेहद शरारती, भ्रामक और अपमानजनक ट्वीट” का हवाला दिया, जिन्हें बाद में हटा लिया गया था। अभी इस मसले पर आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सूत्रों ने बताया, ‘‘ट्वीट में जानबूझकर तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने तथा लोगों को गुमराह करने के लिए ‘पूर्व LG’ के बजाए एलजी शब्द के साथ उपराज्यपाल वीके सक्सेना की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया।” उपराज्यपाल ने ‘‘ओछे दुष्प्रचार” पर आपत्ति जताते हुए इन ट्वीट को हटाने तथा माफी की मांग की। सूत्रों ने कहा कि उपराज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष इस मामले को उठाए जाने के बाद ट्वीट हटा दिए गए।” बता दें कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हाल में पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल पर आबकारी नीति-2021-22 के तहत शहर के अनधिकृत क्षेत्रों में शराब के ठेके खोलने को लेकर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि इससे कुछ लाइसेंसधारकों को फायदा हुआ लेकिन सरकार के राजस्व को भारी नुकसान हुआ।
सिसोदिया ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि आबकारी नीति के क्रियान्वयन से दो दिन पहले 15 नवंबर 2021 को उपराज्यपाल ने अपना रुख बदल दिया था। हालांकि, पहले उन्होंने अनधिकृत क्षेत्र में शराब के ठेके खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। उन्होंने दावा किया उपराज्यपाल (बैजल) ने दिल्ली नगर निगम (MCD) और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की अनुमति देने की शर्त लगा दी थी, जिसके कारण शराब के ठेके अनधिकृत क्षेत्रों में नहीं खुल सके और इससे दिल्ली सरकार को करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सूत्रों ने बताया कि सिसोदिया के इस आरोप के बाद आप ने रविवार को अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से मौजूदा उपराज्यपाल की तस्वीर के साथ यह कहते हुए ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली आबकारी नीति में उपराज्यपाल का भ्रष्टाचार। मनीष सिसोदिया सीबीआई जांच की मांग करते हैं। भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने भी आप की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने ट्वीट क्यों हटा दिया। उन्होंने केजरीवाल को उनके दावे को गलत साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि AAP ने यह ट्वीट क्यों हटा दिया? सच्चाई यह है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में 217 नए शराब के ठेके खोलने की अनुमति दी।