दिल्ली शराब घोटाला – ED ने हैदराबाद के व्यवसायी अरुण पिल्लई को गिरफ्तार किया
नई दिल्ली । | दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में एक ताजा घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को अरुण पिल्लई को गिरफ्तार कर लिया। ईडी द्वारा इस मामले में की गई यह 11वीं गिरफ्तारी है। पिल्लई साउथ ग्रुप का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, जिसने कथित तौर पर आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये की घूस दी थी, जिसका इस्तेमाल गोवा चुनाव में किए जाने की आशंका है।
साउथ ग्रुप का प्रतिनिधित्व अभिषेक बोइनपल्ली, अरुण पिल्लई और बुची बाबू कर रहे थे। बोईनपल्ली ने विजय नायर (आम आदमी पार्टी के संचार प्रभारी) और उनके सहयोगी दिनेश अरोड़ा के साथ मिलीभगत और साजिश में कथित तौर पर 100 करोड़ दिए।
हाल ही में ईडी ने पिल्लई की हैदराबाद के वट्टीनगुलापल्ली में 2.25 करोड़ रुपये की जमीन कुर्क की थी। पिल्लई को बाद में राउज एवेन्यू डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी उनकी दो सप्ताह की हिरासत की मांग कर सकता है। ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शराब कारोबारी अमनदीप ढल को 2 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था। सूत्रों ने बताया कि उनसे पूछताछ के बाद पिल्लई को गिरफ्तार किया गया।
ढल ने कथित तौर पर साउथ ग्रुप द्वारा दिए गए किकबैक में प्रमुख भूमिका निभाई। शराब नीति जारी होने से पहले ही उसे इसकी ड्राफ्ट कॉपी मिल गई थी। ढल ने कथित तौर पर बिनॉय बाबू के साथ ड्राफ्ट कॉपी साझा की। ईडी ने यह भी आरोप लगाया है कि उसने साउथ ग्रुप से विजय नायर की मुलाकात करवाई थी।
ईडी ने पूरक चार्जशीट में दावा किया है कि विजय नायर ने आप के नेताओं की ओर से साउथ ग्रुप से 100 करोड़ रुपये की घूस ली, जिसके प्रमुख चेहरे मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी, राघव मगुंटा, सरथ रेड्डी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता हैं।