नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को 18 सांसदों समेत 197 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (सीपी), कानून और व्यवस्था, सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव से जंतर मंतर पर ‘सत्याग्रह’ करने की अनुमति मांगने का अनुरोध प्राप्त हुआ था।
यह अग्निपथ योजना और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा तलब किए जाने के खिलाफ होना था। कुछ शर्तो के साथ 1,000 पार्टी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने की अनुमति दी गई थी और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जंतर-मंतर पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई थी।
हालांकि, जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने के बजाय, प्रदर्शनकारी एआईसीसी मुख्यालय, 24 अकबर रोड पर इकट्ठा हुए और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए जुलूस के रूप में मार्च निकाला। स्पेशल सीपी ने कहा, “दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत 18 सांसदों सहित पार्टी के कुल 197 कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया गया।”
विरोध प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उन्हें हिरासत में लिए जाने के दौरान उन्हें पुलिसकर्मियों पर थूकते देखा गया। हुड्डा ने कहा कि डिसूजा के खिलाफ पुलिस कर्मियों को बाधित करने और मारपीट करने के आरोप में कानून की उपयुक्त धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया जा रहा है।
दिल्ली स्पेशल सीपी ने एक अन्य घटना का भी उल्लेख किया, जिसमें लगभग एक दर्जन लोग अचानक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास के सामने पहुंचे और हाल ही में शुरू की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ नारेबाजी की।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “ये प्रदर्शनकारी कुछ ज्वलनशील सामग्री के साथ एक लंबी छड़ी ले जा रहे थे जिसे उन्होंने बाद में आग लगा दी और घर के प्रवेशद्वार पर रख दिया।”
पुलिस तुरंत हरकत में आई और आगजनी की कोशिश को नाकाम कर दिया।
उन्होंने कहा, “उन शरारती तत्वों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
कांग्रेस पिछले पांच दिनों से ईडी द्वारा राहुल गांधी को तलब करने और हाल ही में शुरू की गई अग्निपथ योजना का भी विरोध कर रही है।
अग्निपथ योजना, जिसे केंद्र सरकार द्वारा एक ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी उपाय कहा जाता है, मगर कई राज्यों में असंतुष्ट युवा इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कई राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने पिछले कुछ दिनों से ट्रेनों को निशाना बना रहे हैं और उनमें से कई को आग लगा दी है।
इस बीच, नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से मंगलवार को करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई। वह रात करीब आठ बजे ईडी मुख्यालय से निकले।