बाजारों में बुलडोजर पिचकारी की धूम, गुलाल की डिमांड, मोदी मास्क कर रहा ट्रेंड
पीएम मोदी और योगी बन गए होली के ब्रांड। खरीदारी के साथ बढ़ी चहल-पहल। होलिकाओं में इस बार उपली पर होलिका मूर्तियां लोगों को भा रही है। अनुकूल मौसम के चलते व्यापारियों में खासा उत्साह
-विशेष प्रतिनिधि
होली को लेकर बाजारें पिचकारियों और रंगों से सज-धज कर तैयार हैं। लेकिन मौका जब प्रचंड बहुमत से जीते भगवा या यूं कहे योगी का हो तो भला बाजार इस खुशी में इतराने से कैसे छूट सकता है। मतलब साफ है पीएम मोदी और योगी की बढ़ती लोकप्रियता का असर होली में भी दिखने लगा है। बाजारों में बुलडोजर पिचकारी व गुलाल अटे पड़े है। खास यह है कि बुलडोजर पिचकारी की जबरदस्त डिमांड है। हाल यह है कि बाजारों में बुलडोजर पिचकारी की कमी पड़ गयी है। लोग बुलडोजर पिचकारी और गुलाल जमकर खरीद रहे हैं। जगह-जगह मोदी और योगी नाम वाली टी-शर्ट को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं। वहीं, केसरिया पगड़ी और मोदी-योगी के नाम वाली टोपियां भी लोगों की पसंद बनी हुई हैं।
दुकानदारों का कहना है कि बच्चे अपने अभिभावकों से सबसे ज्यादा बुलडोजर वाली पिचकारी खरीदने की जिद कर रहे हैं। हर बार की तरह होली पर मोदी और योगी के मुखौटों की मांग है ही इसके साथ ही इस बार मोदी दाढ़ी भी काफी पॉपुलर हो रही है। स्थिति यह है कि फुटकर पिचकारी विक्रेता बुलडोजर पिचकारी की मांग तक पूरी नहीं कर पा रहे हैं थोक बाजार में पाइप पिचकारी की कीमत तीन से चार सौ रुपये तक है। वहीं, खिलौने वाली पिचकारियों की कीमत 15 से 400 रुपये तक है। प्रेशर पिचकारी की कीमत 180 से 800 रुपये के बीच है। जबकि मोदी और योगी के नाम वाली टी-शर्ट 80 रुपये में बिक रही है। पिचकारियों की दुकानों में टंगी रंग-बिरंगी विग की खूब बिक्री हो रही है। मलिंगा की हेयर स्टाइल वाली विग लोगों को भा रही है। इसके अलावा योगी जटा और महिलाओं के बालों वाली रंग बिरंगी विग की भी भरमार है। इनकी कीमत 80 से 140 रुपये तक है।
मोदी दाढ़ी व मास्क का भी लोगों में क्रेज
पिछले सालों की तरह मोदी और योगी के मुखौटों की मांग तो है ही साथ में इस बार मोदी दाढ़ी भी काफी मांग में है। पिचकारी विक्रेता ने बताय कि सबसे ज्यादा ट्रेंड बुलडोजर पिचकारी और मोदी दाढ़ी का बढा है। अब तो हम फुटकर दुकानदारों की मांगें भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं। दो चार पीस बचे हैं, जिन्हें हमने अपने बच्चों के लिए बचाकर रखा है। इसके अलावा रंग-बिरंगे पिचकारियों की भी बाजार में बिक्री जोरों पर है। पिचकारियों में कलम, कारतूस, शेर सहित अन्य जानवरों के आकार की पिचकारियों की बहुत अधिक मांग देखने को मिल रही है। वैसे बच्चों में विशेष रूप से गन पिचकारी और उसमें भी मशीन गन पिचकारी पहली पसंद बना हुआ है। इसके अलावा होली के सजावट के सामान जैसे मुखौटा यानी फेस मास्क यान, रंगीन बाल और अन्य सामानों की भी मांग बढ़ी हुई है। फेस मास्क में बच्चों के पसंदीदा कार्टून केरेक्टर वाले मास्क काफी पसंद किस जा रहे हैं। विशेष कर डारीमान, शिनचेन, पेपा पिग आदि कैरेक्टर वाले मास्क की बिकी काफी बढ़ी है।
पटाखों की भी मांग
आमतौर पर दीपावली पर पटाखे छोड़े जाते हैं और पटाखा मिठाई भी बनने लगी है, लेकिन इस बार होली पर गुलाल पटाखा बाजार में आया है। पहली बार यह गुलाल पटाखा बाजार में लोगों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है और इस गुलाल पटाखे से आवाज के साथ रंग भी निकल रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि अब तक पिचकारी में पानी और रंग मिलाकर होली खेली जाती है, लेकिन इस बार बिना पानी के पिचकारी में गुलाल भरकर होली खेल सकते हैं। डिओ के रूप में भी कलर स्प्रे बाजार में उतारा है। वैरायटी के साथ अग्निशमन यंत्र को भी उतारा है। इस अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने वाले केमिकल नहीं अपितु होली के कलर निकल रहे हैं और यह कलर आपके कपड़ो को और शरीर को नुकसान भी नहीं पहुंचा रहे हैं।
दुकानदारों में उत्साह
थोक से लेकर फुटकर दुकानदारों के चेहरे भी इस बार खूब खिले हुए हैं। बाजार लाल, हरे, नीले, पीले और गुलाबी रंग लोगों के मन मोह रहे हैं। ऐसे में इको-फ्रेंडली होली मनाने वालों के लिए बाजार में हर्बल और फ्रूट रंग भी मौजूद हैं। दुकानों में त्योहार को लेकर हर तरह के सामान उपलब्ध है। रंग-बिरंगे पायजामा-कुर्ते से लेकर बच्चों के लिए डिजाइनर धोती-कुर्ता सेट दुकानों की शोभा बढ़ा रही है। शहर के कपड़ा दुकानों पर जयपुरी कढ़ाई वाले कुर्ता सलवार सूट लोगों को खूब भा रहे हैं। बड़े रेडिमेड दुकानों के अलावा फुटपाथ पर भी स्टॉल लगा कर कपड़े बेचे जा रहे हैं। यही वजह है कि शहर हो देहात रंगों का त्योहार होली को लेकर बाजारों में काफी चहल-पहल बढ़ गई है।
बाजारों में जाम की स्थिति, हर्बल गुलाल बढ़ी मांग
लोग अपने परिवार के साथ रंग-अबीर व पिचकरी की खरीदारी करते देखे जा रहे है। इसके अलावा कपड़े की दुकानों में भी दिनभर खरीदारों की भीड़ लगी रही। ऐसे में चौक-चौराहों से लेकर सभी सड़कों पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। बाजार में कई कंपनी के गुलाल की बिक्री हो रही है। लेकिन ब्रांडेड हर्बल गुलाल की ज्यादा मांग हो रही है। लोगों का कहना है कि ब्रांडेड गुलाल का उपयोग करने से त्वचा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। सस्ते गुलाल में केमिकल और रंग की मात्रा भी होती है। जिसे लगाने से त्वचा पर असर पड़ता है। जिसके कारण लेाग सस्ते अबीर-गुलाल खरीदने से परहेज कर रहे हैं। इसके साथ ही ब्रांडेड गुलाल की जमकर बिक्री हो रही है।
मास्क और कैप का क्रेज
होली को लेकर दुकानों में कई तरह की पिचकारियों की बिक्री हो रही है। एक ओर बच्चों को रंग और पिचकारियां अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। वहीं युवाओं के बीच तरह-तरह के मास्क और कैप का क्रेज है। रंग-बिरंगी टोपियां युवाओं को खूब पसंद आ रही है और जमकर इसकी खरीदारी हो रही है। इसके अलावा होली में फेस को अलग लुक देने के लिए कृत्रिम मूंछ, दाढ़ी आदि की भी मांग बढ़ गया है। शेर बाल, जटा वाला बाल, मिक्की माउस, जोकर, मोटू-पतलू, स्पाइडर मैन के मुखौटे आदि की खूब बिक्री हो रही है।
कुर्ता-पायजामा की बढ़ी मांग
होली का त्योहार नजदीक आते ही कपड़ों की खरीदारी भी शुरू हो गई है। त्योहार को देखते हुए कुर्ता-पायजामा की मांग बढ़ गई है। वहीं युवतियों को कुर्ती, टॉप, जिस, सूट आदि ज्यादा भा रहे हैं। दुकानों में हर उम्र वर्ग के लिए कपड़े उपलब्ध हैं। होली की तिथि नजदीक आते ही कपड़े की दुकानों में खरीदारों की काफी भीड़ लग रही है। खासकर कुर्ता-पायजामा की मांग काफी बढ़ गई है।
500-500 ग्राम के गुलाल के पैकेट
होली के बाजार में हर्बल रंग एवं गुलाल की डिमांड बढ़ी है। हालांकि आम गुलाल एवं रंग की तुलना में हर्बल रंग एवं गुलाल कुछ महंगे हैं। हर्बल गुलाल को आकर्षक पैकिंग में देने वाली कंपनियों ने 500-500 ग्राम के पैकेट तैयार किए हैं। 40 ग्राम के दस पैकेट की कीमत 200 रुपए है। इसके साथ ही हर्बल में लग्जरी गुलाल 180 रुपये में रहा है। दुकानदार श्याम बिहारी ने बताया 150 रुपये तक कीमत में हर्बल गुलाल उपलब्ध है। इन पैकेट में 400 ग्राम गुलाल है। शहर के बड़े मॉल से लेकर किराना दुकानों में भी हर्बल गुलाल उपलब्ध है।