रांची : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने मुख्य द्वार पर सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार पर युवाओं, किसानों और राज्य की जनता से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की और सीएम से इस्तीफे की मांग की।
भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, राजमहल के विधायक अनंत ओझा, गोड्डा के विधायक अमित मंडल, सिमरिया के विधायक किशुन दास, कांके के विधायक समरी लाल, देवघर के विधायक नारायण दास सहित अन्य ने प्रदर्शन के दौरान विभिन्न मांगों वाली तख्तियां ले रखी थीं।
राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने कहा कि राज्य के संथाल परगना सहित कई हिस्सों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। राज्य की मौजूदा सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। हमने इस संबंध में प्रमाण के साथ भारत के निर्वाचन आयोग को मेमोरेंडम सौंपा है। ऐसी सरकार को एक मिनट भी बने रहने का अधिकार नहीं है।
गोड्डा के विधायक अमित मंडल ने कहा कि हेमंत सोरेन ने सरकार बनने के बाद पहले ही वर्ष पांच लाख युवाओं को नौकरी और बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने पिछले पांच सालों में युवाओं के सपनों की हत्या कर दी।
सदन की पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सत्र संचालन के लिए सभापति के पैनल और कार्य मंत्रणा समिति की घोषणा की। इसके बाद पिछले सत्र और इस सत्र के बीच विभिन्न क्षेत्रों की नामचीन हस्तियों के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे के लिए स्थगित कर दी गयी।