पंजाबराज्य

हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन का पंजाब पर भी पड़ रहा बुरा असर

जालंधर: पंजाब के लिए दिल्ली अब दूर हो चुकी है क्योंकि हरियाणा बार्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते पंजाब के वाहनों को लंबे रास्ते से दिल्ली जाना पड़ रहा है। वासियों के लिए मुश्किलें खड़ी होनी शुरू हो गई है। पंजाब की फैक्टरियों में आने वाला कच्चा माल महंगा पड़ना शुरू हो गया है।

वहीं दिल्ली रूट पर जाने वाली सरकारी बसें लगभग बंद पड़ी है। इस घटनाक्रम के चलते व्यापारियों व यात्रियों के लिए परेशानी बनी हुई है। इसके चलते व्यापार बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहा है, क्योंकि सामान की पहुंच बेहद मुश्किल हो रही है। दिल्ली जाने के लिए 100 किलोमीटर लंबे रूट से होकर जाना पड़ रहा है जिसके चलते किराए भाड़े में एकाएक भारी वृद्धि दर्ज हुई है। वहीं दिल्ली से आने-जाने के लिए समय अधिक लगना शुरू हो गया है। रास्ते में लंबे जाम की स्थिति रोजाना देखने को मिल रही है।

वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर जाने वाली कुछेक प्राइवेट बसों में सफर करना हर यात्री के लिए संभव नहीं है क्योंकि उक्त बसों के जरिए 2500 से अधिक का किराया अदा करना पड़ रहा है। कामकाज के सिलसिले में दिल्ली जाने वाले व्यापारियों का कहना है कि टूर करने का सिलसिला लगभग बंद होकर रह गया है। जो कच्चा माल फैक्टरियों में पड़ा था, वह अब खत्म होने की कगार पर है। वहीं, दिल्ली से आने वाले कच्चे माल की सप्लाई आसानी से नहीं हो पा रही जिसके चलते कामकाज प्रभावित होना शुरू हो गया है।

किसानों के बढ़ रही हिमायत के चलते आने वाले समय में पंजाब के वाहनों का दिल्ली जाना और भी मुश्किल हो सकता है। व्यापारियों का कहना है कि किसानों का विरोध तेज हो रहा है, जिसके चलते आने वाले दूसरे रास्ते भी बंद होने की चिंता सताने लगी है। व्यापारियों की मांग है कि सरकार को इसका हल निकालना चाहिए अन्यथा पंजाब के उद्योगों पर मंदी की दौहरी मार पड़नी शुरू हो जाएगी और यहां पर व्यापार चलाना मुश्किल हो जाएगा।

दिल्ली से आने-जाने वाले ट्रक के किराए में 5000 रुपए की बढ़ौतरी हुई है जिसके चलते कच्चे माल की पहुंच महंगी हो चुकी है। व्यापारियों के लिए महंगे किराए भत्ते की भरपाई कर पाना आसान नहीं है लेकिन ट्रांसपोर्ट कंपनियों ने किराए में बढ़ौतरी कर दी है। व्यापारी कहते है कि महंगे पड़ रहे किराए को अपनी कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन में जोड़ना संभव नहीं है लेकिन माल मंगवाना भी उनकी मजबूरी बन चुकी है। यदि कच्चा माल नहीं मंगवाते तो फैक्टरी में कामकाज रूक जाएगा।

तैयार माल घर में महंगा पड़ने से व्यापारी चिंतित
व्यापारियों का कहना है कि कंपटीशन का दौर है, ऐसे में माल मंहगा बेचने के बारे में सोचना भी मुश्किल है। पंजाब के व्यापारी यदि दाम बढ़ाते हैं तो खरीददार दूसरे राज्यों से माल खरीदना शुरू कर सकते हैं। ऐसे में ग्राहक टूटने की संभावना बन जाती है। व्यापारियों को इस समय अपनी जेब से डालकर माल बेचना पड़ सकता है, यही कारण है कि तैयार माल महंगा पड़ने से व्यापारी बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि हरियाणा बार्डर पर जो हालात बने हुए हैं, उससे चिंता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, यदि ऐसा कुछ सप्ताह तक जारी रहा तो व्यापारियों के लिए फैक्टरियां चलाना मुश्किल का सबब बन जाएगा।

Related Articles

Back to top button