देहरादून: डेंगू का वायरस हर साल संक्रमण का स्थान बदलता है। इसलिए हर बार नए क्षेत्र में संक्रमण फैल रहा है। ऐसे में इस बीमारी से बचने के लिए अपने आसपास किसी भी सूरत में पानी का जमाव न होने दें। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने कहा कि राज्य में पिछले दो सालों से डेंगू का संक्रमण नियंत्रण में रहा है। लेकिन आगे भी संक्रमण न फैले इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग सतर्कता बरतें। उन्होंने बताया कि 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे सबसे बड़ा मकसद यही है कि लोग इस बारे में जागरुक हों और अपने आसपास खाली बर्तनों या अन्य स्थानों पर पानी जमा न होने दें। उन्होंने कहा कि डेंगू से पूरी तरह बचाव संभव है और इसके लिए जागरुकता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मानसून के आसपास के समय में डेंगू के मामले बढ़ते हैं और इस बार संक्रमण न फैले इसके लिए 16 मई से 15 जून तक एक महीने का विशेष जागरुकता अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डेंगू के मच्छर के पनपने की शुरुआत मलिन बस्तियों, रोडवेज वर्कशॉप, कबाड वाले इलाके, नगर निगम के डंपिंग जोन से होती है और एक बार लार्वा बनने से इसका संक्रमण तेजी से फैलता है।