मुंबई: महारष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस की पत्नी अमृता फड़णवीस की सुरक्षा बढ़ाई गई है। उनको गृह विभाग ने वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी है। पूर्व सीएम की पत्नी अमृता फडणवीस को मिल रही धमकियों के आकलन के बाद इस तरह का सुरक्षा कवर दिया गया है। अलग-अलग शिफ्ट में 4 सशस्त्र गार्ड उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
बता दें कि अमृता फड़णवीस को पहले से X कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी। सुरक्षा संबंधी आशंकाओं (थ्रेट परसेप्शन) को देखते हुए उसे अपग्रेड कर Y+ कर दी गई है। वहीं साथ ही उन्हें ट्रैफिक क्लियरेंस व्हिकल की सुविधा देने का भी फैसला किया गया है, ताकि कहीं भी आने-जाने की स्थिति में यातायात संबंधी सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जा सके। ट्रैफिक क्लियरेंस व्हिकल यात्रा के समय पायलट वाहन की तरह काम करता है। महाराष्ट्र के गृह विभाग ने इस बाबत फैसला लिया है। अमृता फड़णवीस को Y+ श्रेणी की सुरक्षा मिलने के साथ ही एस्कॉर्ट व्हिकल के साथ ही उनके सुरक्षा में चौबीसों घंटे 5 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस की प्रोटेक्शन एवं सुरक्षा विभाग ने इस बाबत ट्रैफिक डिपार्टमेंट को जरूरी निर्देश दिए हैं। हालांकि, अमृता फड़णवीस फिलहाल ट्रैफिक क्लियरेंस व्हिकल का इस्तेमाल शुरू नहीं किया है। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सामान्य तौर पर ट्रैफिक क्लियरेंस व्हिकल की सुविधा संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्ति को ही दी जाती है।
वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एवं गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इस मसले पर कहा कि अमृता फड़णवीस ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग नहीं की थी। खतरे की आशंका को देखते हुए उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक क्लियरेंस व्हिकल के लिए भी आवेदन नहीं दिया गया था। देवेंद्र फड़णवीस ने बताया कि अमृता ने पुलिस को खासतौर पर कहा था कि उन्हें ट्रैफिक क्लियरेंस व्हिकल की जरूरत नहीं है। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि उन्हें बताया गया कि इससे पहले ठाकरे परिवार और अन्य को इस तरह की सुविधा मुहैया कराई जा चुकी है। देवेंद्र फड़णवीस ने बताया कि यह सुविधा पद नहीं, बल्कि खतरे की आशंका को देखते हुए दी जाती है।
उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी की सरकार ने उस वक्त विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस की पत्नी को एस्कॉर्ट के साथ X कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया था। ठाकरे सरकार के गिरने के बाद एकनाथ शिंदे की अगुआई में नई सरकार का गठन हुआ। उसके कुछ दिन बाद ही शिंदे सरकार ने महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं की सुरक्षा को कम करने का निर्णय लिया था।