नई दिल्ली/चंडीगढ़. चंडीगढ़ (Chandigarh) से आ रही एक रोचक खबर के अनुसार, रोहतक (Rohtak) की सुनारिया जेल से पेरोल पर बाहर आए राम रहीम असली नहीं नकली है। लेकिन साहब! ये हम नहीं बल्कि हाईकोर्ट में डेरे के समर्थको की तरफ से दाखिल कि गई याचिका कह रही है। दरअसल इस याचिका में कहा गया है कि पैरोल पर बाहर आए डेरा मुखी के हाव भाव असली राम रहीम जैसे बिल्कुल भी नहीं हैं।
इस याचिका में भी कहा गया है कि असली डेरा प्रमुख को राजस्थान ले जाया गया है। लिहाजा याचिका में इस मामले में सरकार से यह जांच करवाने की मांग की गई है। काल यानी सोमवार को इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में एक सुनवाई होगी।
पता हो कि, हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को हरियाणा सरकार की ओर से पैरोल दी गई है। रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को जेल विभाग की ओर से पैरोल दी गई है। जिसके तहत 17 जून की सुबह को राम रहीम जेल से बाहर लाया गया था पैरोल अवधि के दौरान वह यूपी के बागपत आश्रम में रह रहा है। जानकार के अनुसार यह आश्रम बागपत के गांव बरनावा में स्थित है।
ख़बरों के अनुसार पैरोल मिलने के बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम अपने समर्थकों से मिल रहा है। साथ ही वह डेरा मैनज्मेंट से जुड़े लोगों से बैठकें भी कर रहा है। पता हो कि गुरमीत राम रहीम सिंह 2017 में दुष्कर्म के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से ही हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। फिलहाल वो पैरोल पर बाहर है।