लखीमपुर जाने पर रोक के बावजूद राहुल यूपी के लिए रवाना, सीतापुर में इंटरनेट बंद
लखनऊ: लखीमपुर कांड के बाद कांग्रेस पूरी तरह से यूपी सरकार पर हमलावर हो गई है। सीतापुर में अस्थाई जेल में बंद होने के बाद भी प्रियंका गांधी राज्य सरकार पर निशाना साध रही है तो दूसरी तरफ राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी जाने का ऐलान कर चुका है। हालांकि योगी सरकार ने कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का एक प्रतिनिधिमंडल दोपहर करीब डेढ़ बजे राज्य की राजधानी लखनऊ पहुंचेगा। कांग्रेस के संगठन महासचिव ने सीएम योगी को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी समेत पांच नेताओं के लखीमपुर जाने की अनुमति मांगी थी। इसके साथ ही वह प्रियंका गांधी से मिलने के लिए सीतापुर भी जाएंगे। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि राज्य सरकार ने बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के आदेशों का हवाला देते हुए यात्रा की अनुमति से इनकार कर दिया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी के जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर तिकुनिया की यात्रा करने से रोकने के लिए भी पुलिस तैनात की है। राज्य सरकार ने लखीमपुर खीरी कांड में उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश के तहत न्यायिक जांच की घोषणा की है। वहीं सीतापुर में अस्थाई जेल में बंद प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संबोधन किया। उन्होंने कहा कि वो तानाशाही के सामने नहीं झुकेंगे, बुलंदी से किसानों की आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा, ‘जितना डराओगे, उतनी शक्ति से आवाज उठाऊंगी’ दोषियों की गिरफ्तारी तक संघर्ष जारी रहेगा।”
इसके साथ ही कांग्रेस ने एक ट्वीट में कहा, ”भयभीत यूपी सरकार ने सीतापुर में इंटरनेट बंद कर दिया है, जहां प्रियंका गांधी को अवैध रूप से 48 घंटे से अधिक समय तक रखा गया है। केंद्र और राज्य में बीजेपी का तानाशाही शासन विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है, वे सफल नहीं होंगे। हम नहीं रुकेंगे।”