कोविड महामारी के बावजूद भारत का कृषि निर्यात 50 बिलियन डॉलर पहुंचा
लखनऊ: कोविड-19 दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों को पूरी तरीके से प्रभावित किया। लेकिन इसके बावजूद भारत जैसे कृषि प्रधान देश ने अपनी मजबूत आर्थिक नीतियों के आधार पर कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लगातार प्रयास किए। हाल ही में भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि ‘वाणिज्य विभाग द्वारा भारत को दुनिया के लिए खाद्य टोकरी में बदलने के लिए उठाए गए कई कदमों के माध्यम से कृषि निर्यात के 50 अरब अमरीकी डालर के उच्चतम अंक तक पहुंचने की उपलब्धि हासिल की गई है।
कृषि निर्यात यानी दुनिया भर के देशों के बाजारों में भारत के कृषि उत्पादों को पहुंचा कर उससे विदेशी मुद्रा प्राप्त करने का आंकड़ा खंगाले तो ये अब तक का भारत द्वारा रिकॉर्ड स्तर पर किया गया कृषि निर्यात है। इससे पहले 2013-14 में भारत का कृषि निर्यात 43 बिलियन अमरीकी डालर था , फिर इसमें कमी आई और 2016-17 तक इस आंकड़े में 10 बिलियन अमरीकी डालर की कमी आई।
कृषि निर्यात से जुड़े आंकड़ों की बात करें तो भारत सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में उठाये गए कदमों के कारण :
- 2021-22 में भारत ने चावल में लगभग 10 बिलियन अमरीकी डालर का निर्यात किया, जिसमें दुनिया के चावल निर्यात में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी रही थी।
- समुद्री उत्पादों (8 बिलियन अमरीकी डॉलर), चीनी (4.5 बिलियन अमरीकी डॉलर),
- गेहूं (2 बिलियन अमरीकी डालर) और काफ़ी (एक बिलियन अमरीकी डॉलर) का अब तक का सबसे अधिक निर्यात हुई।
- 4 बिलियन अमरीकी डालर मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पाद निर्यात, 4 बिलियन अमरीकी डालर मसाले निर्यात और 3 बिलियन अमरीकी डालर कपास निर्यात हुआ।