उत्तराखंड

धामी ने ‘सिलक्यारा’ पहाड़ चढ़ा, अब ‘निवेश’ की बारिश, क्या कांग्रेस फिर होगी खारिज!

देहरादून (गौरव ममगाईं)। देश के सबसे बड़े रेस्क्यू आपरेशन सिलक्यारा टनल रेस्क्यू को सफलतापूर्वक पूरा करने और 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही देश-दुनिया में उत्तराखंड के सामर्थ्य व अपनी काबिलियत को साबित कर चुके हैं। अब सीएम धामी ने उत्तराखंड में देश-विदेश के बड़े पूंजीपतियों को बुलाकर निवेश का नया रिकॉर्ड बना डाला है। सीएम धामी के डेस्टिनेशन उत्तराखंड की देशभर में चर्चा है। इसे अब विश्व स्तर पर ले जाने की तैयारी है। सीएम धामी की इन उपलब्धियों पर कांग्रेस ने भी दबी जुबान ही सही, सीएम को बधाई दी। साथ ही कांग्रेस के समय की योजना को बंद करने का आरोप भी लगाया।

   सिलक्यारा रेस्क्यू व ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की खासी सराहना हो रही है। वहीं, दोनों ही ऐतिहासिक मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विशेष योगदान दिया है। इसलिए इस सफलता का श्रेय पीएम मोदी व सीएम धामी की जोड़ी को भी दिया जा रहा है। सीएम धामी की इन सफलताओं को देखकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस खासी चिंतित दिख रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस को डर है कि सीएम धामी व पीएम मोदी के पक्ष में बना माहौल आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा लाभ दिला सकता है। ऐसा हुआ तो कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ना तय है।

वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी प्रदेश में रिकॉर्ड निवेश के लिए सीएम धामी को बधाई दी है। हालांकि, उन्होंने सरकार की नीयत की कड़ी आलोचना भी की। कहा कि कांग्रेस के समय बनी औद्योगिक प्रोत्साहन योजना को भाजपा बंद करने का काम कर रही है। कांग्रेस द्वारा सीमित शब्दों में ही सही, सीएम धामी को बधाई देने को कांग्रेस की मजबूरी भी माना जा रहा है। क्योंकि अगर कांग्रेस थोड़ा सा भी सकारात्मक रूख नहीं अपनाती तो जनता में कांग्रेस की छवि नकारात्मक राजनीति करने की बन सकती थी, क्योंकि मौजूदा समय में जनता सीएम धामी के पूरी तरह पक्ष में दिख रही है। वहीं, कई कांग्रेस नेता भी मानते हैं कि सिलक्यारा रेस्क्यू की सफलता व इन्वेस्टर समिट में रिकॉर्ड निवेश का भाजपा को चुनावी लाभ मिलने की संभावना है।

pm narendra modi and cm pushkar singh dhami

2024 में 2019 का प्रदर्शन दोहराएंगे सीएम धामी

दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा को एकतरफा जीत मिली थी। कांग्रेस एक भी सीट जीत नहीं पाई थी। इनमें टिहरी गढ़वाल से माला राजलक्ष्मी शाह, पौड़ी गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत, हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक, अल्मोड़ा से अजय टम्टा व नैनीताल से अजय भट्ट जीतकर सांसद बने थे। अब सीएम पुष्कर सिंह धामी पर 2019 का प्रदर्शन 2024 में दोहराने का दारोमदार है। जानकारों का कहना है कि सिलक्यारा व इन्वेस्टर समिट तो आगामी चुनाव में भाजपा को लाभ पहुंचाएंगे ही, साथ ही सीएम धामी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त प्रशासक एवं जिम्मेदार अभिभावक के रूप में बनी छवि भी लोगों को खूब पसंद आई है।

  फिलहाल सीएम पुष्कर सिंह धामी की उपलब्धियों को देखकर तो कांग्रेस की बेचैनी बढ़ी हुई दिख रही है। कांग्रेस को 2019 जैसा खराब प्रदर्शन रिपीट न होने का डर भी सता रहा होगा। अब देखना होगा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी 2019 के प्रदर्शन को दोहराने कितने सफल रहते हैं। यह देखना दिलचस्प रहेगा।

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