लखनऊ में डीजल-पेट्रोल संकट, दो कंपनियों ने की 1 लाख लीटर पेट्रोल की कटौती
लखनऊ ; राजधानी में डीजल -पेट्रोल का संकट बना हुआ है। ग्राहकों को जरूरत भर का पेट्रोल या डीजल नहीं मिल पा रहा है। लखनऊ में दो प्रमुख कंपनियां पेट्रोल में 90 हजार लेकर एक लाख लीटर तक तथा डीजल में 70-80 हजार लीटर तक कटौती कर रही हैं। यही नहीं कंपनियों ने उधार तेल देने से भी मना कर दिया है। शहरी इलाकों के पम्पों पर मांग के मुताबिक ग्राहकों को तेल नहीं मिल पा रहा है। वहीं, ग्रामीण इलाकों में पेट्रोल और डीजल की किल्लत बनी हुई है। तेल की किल्लत और इससे उपभोक्ताओं को रही परेशानी को देखते हुए ‘हिन्दुस्तान ने ‘कटौती से लखनऊ में दिखने लगा पेट्रोल – डीजल का संकट – शीर्षक से बुधवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। इसके बाद एचपीसीएल के पम्पों पर आपूर्ति गुरूवार को पहले से बेहतर दिखी।
हरदोई रोड स्थित एचपीसीएल कंपनी के एक पम्प पर बीते दो दिनों से शाम के समय डीजल-पेट्रोल खत्म हो जाता है। इससे लोगों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां के मैनेजर बताते हैं कि डिपो से तेल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसलिए एक शिफ्ट में तेल दिया जा रहा है और रात में पम्प बंद हो जाता है। रहमानखेड़ा स्थित पम्प पर कार में पेट्रोल भरवाने गए विशाल शुक्ला ने बताया कि पेट्रोल पंप में नार्मल पेट्रोल नहीं मिल रहा। इसकी जगह लोगों को प्रीमियम एक्स पी 95 पेट्रोल भरवाने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं लखनऊ – सुल्तानपुर रोड सेखनापुर गांव के पास स्थित एक निजी कम्पनी के पेट्रोल पम्प पर दो दिनों से लोगों को पेट्रोल नहीं मिल रहा है।