शिवराज से मुलाकात का समय मिलने पर दिग्विजय ने धरना किया खत्म
भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में मुलाकात का मसला शुक्रवार को गर्माया रहा, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात का समय नहीं मिलने पर धरना दिया, दो दिन बाद का मुलाकात का समय मिलने पर ही पूर्व मुख्यमंत्री ने अपना धरना खत्म किया।
राज्य में प्रस्तावित टेम व सुठालिया सिंचाई परियोजना से राजगढ़, गुना, विदिशा व भोपाल के कई गांव डूब प्रभावित क्षेत्र में आ रहे हैं। इन किसानों की समस्याओं को लेकर दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समय मांगा था।
पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का आरोप है कि वे लगातार डेढ़ महीने से डूब प्रभावित किसानों के प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री से मिलवाने का समय मांग रहे थे, लेकिन कई बार पत्राचार के बाद भी मुख्यमंत्री ने और न ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने उन पत्रों को जवाब दिया। इस दौरान 18 जनवरी को 21 जनवरी सुबह सवा 11 बजे मुलाकात का समय दिया गया, मगर एक दिन पहले 20 जनवरी को निरस्त कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने समय न मिलने के विरोध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री के आवास पर धरने का ऐलान किया और वे उस तरफ बढ़े भी। उन्हें रास्ते में रोक दिया गया तो वे अपने समर्थकों के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ भी मौके पर पहुंच गए और दिग्विजय सिंह के साथ किसानों की समस्या सुनी। कमलनाथ ने धरना स्थल पर कहा कि वे भी किसानों के साथ मुख्यमंत्री से मिलने जाएंगे।
दिग्विजय सिंह लगभग चार घंटे तक धरने पर बैठे रहे, उस दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने फोन किया और बताया कि मुख्यमंत्री ने 23 जनवरी को सुबह पौने 12 बजे मुलाकात का समय दिया है। उसके बाद दिग्विजय सिंह ने धरना खत्म किया।