बंगाल के कारोबारी से निकला मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई 3000 KG हेरोइन का सीधा संबध
नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले साल सितंबर में गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन(heroin) जब्त करने के मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। फेडरल एजेंसी के एक प्रवक्ता(spokesperson) ने कहा कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के एक बिजनेसमैन सुशांत सरकार को आतंकवादी गतिविधियों का सपोर्ट करने के लिए भारत में हेरोइन की अवैध सप्लाई में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
NIA द्वारा वांटेड अफगान भाइयों हसन दाद और हुसैन दाद द्वारा चलाए जा रहे सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट(international drug smuggling syndicates) के ऑपरेशन से संबंधित मामले में गिरफ्तार सरकार 26वां आरोपी है। NIA के अनुसार, दाद बंधुओं ने समुद्री मार्ग(maritime route) से कंटेनरों के माध्यम से भारत में कई हेरोइन की खेप पहुंचाई है।
हेरोइन को अफगानिस्तान में शुद्ध(purified) किया गया था और फिर सेमी-प्रोसेस्ड पाउडर बिटुमिनस कोयले(चिपचिपा कोयला) जैसी अन्य चीजों में छुपाया गया था। NIA ने कहा, इन खेपों को फिर गुजरात और कोलकाता के भारतीय बंदरगाहों और आगे नई दिल्ली में ट्रकों के माध्यम से भेजा गया। राजस्व खुफिया निदेशालय( Directorate of Revenue Intelligence) ने पिछले साल 13 सितंबर को गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर एक कंटेनर फ्रेट स्टेशन(freight station-जहा से माल की आता-जाता है) से अफगानिस्तान से तस्करी कर लाई गई 2,988 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी और मामला दर्ज किया था।
अधिकारी ने बताया कि NIA ने 6 अक्टूबर को फिर से मामला दर्ज किया था। NIA ने कहा कि सरकार की गिरफ्तारी मंगलवार को की गई है। आरोपी आपराधिक साजिश(criminal conspiracy) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उसने नवंबर में अफगानिस्तान से ईरान के रास्ते भारत में सेमी प्रोसेस्ड पाउडर की हेरोइन से लदी शिपमेंट का आदेश दिया था।
आरोपी सरकार ने इस स्मगलिंग के उद्देश्य के लिए अपनी फर्म जीसस क्राइस्ट इम्पेक्स( Jesus Christ Impex) का इस्तेमाल किया था। उसने खेप को एक अन्य आरोपी कबीर तलवार की फर्म को नई दिल्ली में पहुंचाया। खेप को हेरोइन तस्करी सिंडिकेट के सदस्यों द्वारा उतार दिया गया था। इस मामले में कबीर को सह आरोपी बनाया गया है।
एजेंसी पहले ही अहमदाबाद की एक विशेष अदालत में 14 मार्च को 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। वहीं, 29 अगस्त को 9 और आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी। इससे पहले, NIA ने कहा कि उसकी जांच में नशीली दवाओं के तस्करों(drug-traffickers), इंटरनेशनल फेसिलेटर्स(अंतरराष्ट्रीयस्तर पर उपलब्ध कराने वाले) और फेक या शेल कंपनियों( fake or shell companies) का उपयोग करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर्स, लोकल होलसेलर्स के अलावा लोकल रिटेलर्स और खुदरा विक्रेताओं के एक विशाल और व्यापक नेटवर्क का पता चला है, जो कई देशों से एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी रैकेट का संचालन कर रहे हैं। इसमें अफगानिस्तान, ईरान और यूएई शामिल हैं। अब तक की गई जांच से पता चला है कि नवंबर 2020 और सितंबर 2021 के बीच हेरोइन से भरे सामानों की पांच खेप भारत में आयात की गई थीं।