औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देगा केंद्रीय कृषि विकास संस्थान – निदेशक
कोरोना काल से पूर्व आवेदित पदों के लिए जल्द कराई जाएगी परीक्षा – चन्द्र भूषण पांडेय
लखनऊ, 11 अक्तूबर, 2021 (दस्तक टाइम्स) : वर्तमान में प्रदेश की योगी सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार लाकर इस पर आधारित अर्थव्यवस्था को शीर्ष पर ले जाने के लिए काम कर रही है। कृषि क्षेत्र में केवल परंपरागत खेती ही लोगों की आमदनी को बढ़ाने के लिए काफी नहीं है, जब कृषि को उद्योग के रूप में आगे बढ़ाया जाएगा तभी इसमे क्रांति आना संभव है। हमारा मानना है कि योजना बनाकर कार्य करने पर ऐसा किया जा सकता है। उपरोक्त बातें स्वायत्तशासी संस्था ‘केंद्रीय कृषि विकास संस्थान’ के निदेशक चन्द्र भूषण पाण्डेय ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में कहीं।
कृषि को उद्योग जैसी स्थिति में लाकर इसके माध्यम से व्यापक स्तर पर रोजगार सृजन के कार्य मे लगी स्वायत्तशासी संस्था ‘केंद्रीय कृषि विकास संस्थान’ ने राजधानी में सोमवार को एक प्रेसवार्त्ता आयोजित की। प्रेसवार्त्ता में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि हमारी स्वायत्तशासी संस्था पूर्व में ‘उत्तर प्रदेश कृषि विकास संस्थान’ के नाम से कार्य कर रही थी। अब इसे विस्तारित करके ‘केन्द्रीय कृषि विकास संस्थान’ का नाम दिया गया है। संस्था प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं के अनुसार कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों की आमदनी बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है। संस्थान द्वारा इसके लिए प्रदेश भर में कर्मचारियों को भर्ती करने के लिए विज्ञप्ति निकालकर आवेदन मांगे गये थे। कोरोना की आपदा आ जाने की वजह से भर्ती की प्रक्रिया समय से पूरी नहीं हो सकी। इसी के चलते संस्थान को कुछ विवादों का सामना भी करना पड़ा जो अब न्यायलय के समक्ष है। अब प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना पर लगभग पूरी तरह नियन्त्रण पाया जा चुका है। ऐसे में संस्थान भी जल्द ही पूर्व में आवेदित पदों की परीक्षा एवं साक्षात्कार प्रक्रिया पूरी करेगा। प्रेसवार्ता के दौरान निदेशक श्री पाण्डेय के साथ ही शैलेन्द्र शर्मा एवं संस्थान के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।