हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन में आपदाओं ने ली अबतक 397 लोगों की जान
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान अबतक जानमाल को भारी नुकसान पहुंचा है। राज्य में मानसून ने 13 जून को दस्तक दी थी। मानसून सीजन में अबतक विभिन्न आपदाओं में 397 लोगों की जान गई है। वहीं 682 पशु-पक्षियों की भी जान गयी है। इन आपदाओं से 1000 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक 13 जून से 16 सितम्बर सुबह तक की अवधि में सड़क दुर्घटनाओं में 197 लोगों की मृत्यु हुई। भूस्खलन की वजह से 54, फिसलकर गिरने से 52, नदी-नालो में बहने से 33, सर्पदंश से 16, फ्लैश फ्लड व बादल फटने से 10, करंट लगने से सात, आगजनी से छह, आसमानी बिजली की चपेट में आने से एक और अन्य आपदाओं में 20 लोगों की मौत हुई। शिमला में सबसे ज्यादा 64 जबकि हमीरपुर में सबसे कम 15 लोगों की जान गयी।
रिपोर्ट में कहा गया हैे कि मानसून में 47 पक्के व 107 कच्चे घर पूर्ण रूप से तबाह हुए। जबकि 132 पक्के व 685 कच्चे घरों को आंशिक नुकसान हुआ। इसके अलावा 17 दुकानें, नौ लेबर शेड, आठ पुल व 666 पशुशालाएं भी ध्वस्त हुई हैं। मानसून में लोकनिर्माण विभाग को 60971.3 लाख का नुकसान हुआ है। इसी तरह जलशक्ति विभाग को 29059.2 लाख, ऊर्जा विभाग को 462.6 लाख, स्वास्थ्य विभाग को 60.9 लाख, शिक्षा विभाग को 64.53 लाख, ग्रामीण विकास विभाग को 242.71 लाख और शहरी विकास विभाग को 850.47 लाख की क्षति पहुंची है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने गुरुवार को बताया कि मानसून अंतिम पड़ाव पर है और सितम्बर के आखिरी सप्ताह में मानसून प्रदेश से रुखसत हो जाएगा।