उत्तर प्रदेशराज्यवाराणसी

सफलता के लिए अनुशासन, ईमानदारी और नैतिक मूल्य जरूरी : प्रो. एस.के. सिंह

RSMT में विद्यारंभ कार्यक्रम अभिनन्दनम 2025′ का समापन

वाराणसी : राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (RSMT) में 15 सितम्बर से चल रहा एमबीए/एमसीए विद्यारंभ कार्यक्रम– अभिनन्दनम-2025 शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। “स्टार्टअप्स में नवाचार” विषय पर प्रो. पी.वी. राजीव, आईएमएस, बीएचयू ने विद्यार्थियों को उद्यमिता की संभावनाओं, नवाचार की आवश्यकता और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में प्रबंधन छात्रों की भूमिका पर प्रेरक विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का समन्वयन डॉक्टर विनीता कालरा ने किया। भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी जन्मशताब्दी वर्ष के अंतर्गत कार्यक्रम में ‘वृक्षारोपण एवं स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम’ आयोजित किया गया, इस पहल ने छात्रों में पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को और मजबूत किया। कार्यक्रम का समन्वयन बृजेन्द्र श्रीवास्तव एवं सुजीत सिंह ने किया।

समापन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. एस.के. सिंह, पूर्व कुलपति, मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा एवं कुलपति, रावतपुरा यूनिवर्सिटी, रायपुर ने कहा कि प्रबंधन और तकनीक के क्षेत्र में सफलता केवल डिग्री से नहीं, बल्कि अनुशासन, ईमानदारी और नैतिक मूल्यों से मिलती है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने ज्ञान को समाज और राष्ट्र की प्रगति में समर्पित करें। आज की युवा पीढ़ी यदि नवाचार और उद्यमिता को अपनाएगी, तो भारत निश्चित रूप से विश्व का नेतृत्व करेगा।

विशिष्ट अतिथि अशोक गुप्ता, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बनारस बीड्स ने कहा कि सच्चा प्रबंधन वही है जो मानवता, पारदर्शिता और सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ जुड़ा हो। विद्यार्थी जब कार्यक्षेत्र में जाएँ, तो केवल लाभ कमाने की दृष्टि से नहीं, बल्कि समाज और देश के विकास की भावना से काम करें। यही सोच उन्हें दीर्घकालीन सफलता और संतोष प्रदान करेगी। मुख्य अतिथियों ने विद्यार्थियों को मेहनत, ईमानदारी और नवाचार को जीवन मंत्र बनाने की प्रेरणा दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक-प्रभारी प्रो.अमन गुप्ता ने की किया। कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट प्रोफेसर संजय कुमार सिंह ने प्रस्तुत की ।संचालन एवं समन्वयन का कार्य डॉ. गरिमा आनंद ने किया। अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रीति नायर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों, वक्ताओं, शिक्षकों और छात्रों का आभार व्यक्त किया।

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