उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी के इन जिलों में बंद रहेंगे 8वीं तक के स्कूल, भारी बारिश के चलते डीएम ने की छुट्टी की घोषणा

बरेली: बरेली में लगातार हो रही भारी वर्षा को देखते हुए जिलाधिकारी ने कक्षा 1 से 8 तक के सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त व वित्तविहीन विद्यालयों समेत अन्य बोर्डों के स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे। साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर कहा है कि इस निर्देश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। यूपी में लगातार हो रही भारी बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पीलीभीत में पिछले चार दिनों से बदरा बरस रहे हैं जिस कारण रविवार को यहां फिर रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया। वहीं, अब बरेली में बारिश को ध्यान में रखते हुए डीएम ने में परिषदीय विद्यालयों, सहायता प्राप्त विद्यालयों, मान्यता प्राप्त एवं वित्त विहीन विद्यालयों और सभी बोर्ड के कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में सोमवार अवकाश घोषित कर दिया है।

पीलीभीत में पिछले चार दिनो से हो रही बारिश के बाद रविवार को फिर से रेड अलर्ट घोषित किया गया है। बारिश और जलभराव की स्थितियों का आंकलन करते हुए डीएम के निर्देश पर सोमवार व मंगलवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। डीएम ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में हो रही लगातार बारिश और जलभराव को देखते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों, सहायता प्राप्त स्कूलों एवं सभी बोर्डों से मान्यता प्राप्त स्कूलों में एक सितंबर का अवकाश कर दिया गया है।

बता दें कि जिस तरह से लगातार हो रही बारिश का तेवर है उससे परिषदीय स्कूलों समेत आने जाने वाले रास्तों पर हो रहे जलभराव की स्थितियों को देखने के बाद यह निर्णय किया गया है। डीएम ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक रेड अलर्ट की चेतावनी आई है। देर रात डीएम के निर्देश के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने भी कक्षा 6 से 12 तक के माध्यमिक, सीबीएसई, आईसीएससी, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, संस्कृत बोर्ड से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में एक और दो सितंबर को अवकाश घोषित कर दिया।

निर्देश हैं कि अन्य कर्मी विद्यालय में उपस्थित रहकर प्रशासनिक कार्यों दायित्व का निर्वहन करेंगे। साथ ही कक्षा 9 और 11 का पंजीकरण, छात्रवृत्ति, इंस्पायर अवार्ड, इको क्लब और शासन की अन्य योजनाओं व पूर्व निर्धारित समय सारणी के अनुसार कार्य संपन्न कराएंगे। नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए नियोक्ता और प्रबंधन अपने स्तर से निर्णय लेंगे।

Related Articles

Back to top button