पौड़ी : जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। शादी समारोह में वाहन दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को एक हाइब्रिड एप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही शहरों व नगर क्षेत्रों के आंतरिक मोटर मार्गो पर पॉकेट पार्किंग हेतु स्थानों का चयन करने के निर्देश लोनिवि व निकायों के अधिकारियों को दिए हैं। सोमवार देर सायें जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने जनपद के प्रमुख शहरों/नगरों में पॉकेट पार्किंग के लिए स्थलों का चयन करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए है। गौरतलब हो कि पॉकेट पार्किंग सड़क के वह किनारे है जो कि पीले रंग की पट्टी द्वारा सूचित होते है। वाहन इसी पट्टी के अंदर की तरफ खड़े किए जाते है ताकि यातायात निर्बाध रूप से चलता रहे।
शादी समारोहों में शराब पीकर वाहन चलाने से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी ने जिला सूचना विज्ञान अधिकारी व एआरटीओ को एक हाइब्रिड एप तैयार करने के निर्देश दिए हैं जिसके माध्यम से शादी में उपयोग किए जाने वाले वाहन को पंजीकरण, वाहन की स्थिति व अवस्था, वाहन चालक द्वारा संचालन के दौरान मदिरा का सेवन न करने जैसी शर्तो को शामिल किया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि हर इंसान की जान अनमोल है जिसकी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। हालिया दुर्घटनाओं का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने आरटीओ को निर्देश दिए कि दुर्घटना के लिहाज से संवेदनशील मोटर मार्गो पर चलने वाले वाहनों का प्रोफाइल जिसमे वाहन वाहन के टाइप, उनके रवानगी व गंतव्य स्थल का नाम व समय, उन वाहनों की स्थिति के संबंध में माइक्रो लेवल सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए है। मोटर मार्गो पर क्रैश बैरियर से संबंधित आंकड़ों में स्पष्टता न होने के कारण जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए सही आंकड़े प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने आरटीओ को टैक्सी/मैक्सी व बस संचालकों के साथ शीघ्र ही एक बैठक आहूत करने के निर्देश दिए हैं ताकि उनके फीडबैक के अनुसार और अधिक मजबूत रूपरेखा तैयार की जा सके। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग के साथ- साथ राजस्व विभाग के तहसील स्तरीय अधिकारियों को एमवी एक्ट के तहत सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए है। इसके अलावा जिलाधिकारी ने जनपद के विभिन्न सरकारी कार्यालय परिसरों व मोटर मार्गो पर खड़े खराब मोटर वाहनों को शीघ्र ही निष्क्रिय घोषित करते हुए नीलामी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा जनवरी से अक्टूबर 2022 तक 1306 चालान किये गए जिसमे से 285 की संस्तुति की गई है। बताया गया कि दुर्घटना संभावित स्थलों के सुधारीकरण के तहत 250 स्थलों में से 211स्थलों का सुधार किया गया जबकि 39 स्थल शेष है।ट्रैफिक कमिंग मेजर्स के तहत 240 जंगशन में से 28 पर कार्य किया जा चुका है जबकि 212 शेष है। जनपद में जनवरी से अक्टूबर तक 25 सड़क दुर्घटनाओं में 55 यात्रियों की मृत्यु जबकि 69 घायल हुए हैं। दुर्घटनाग्रस्त वाहनों में 7 मोटरसाइकिल/ स्कूटी, 06 निजी कर, 04 टैक्सी/मैक्सी, 02 बस, 06 मालवाहन शामिल है। बैठक में अधीक्षण अभियंता लोनिवि पीएस बृजवाल, ईई धन सिंह कुटियाल, डीएस नौटियाल, विवेक सेमवाल, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अनिता चंद, सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।