एजेंसी/ नई दिल्ली। विश्व में अपनी पहचान कायम कर चुकी दिल्ली मेट्रो ने मंगलवार को एक और उपलब्धि हासिल कर ली। डीएमआरसी यानि दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने पहली बार चालक रहित मेट्रो ट्रेन का ट्रायल किया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने चालक रहित मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। देश में पहली बार ऐसा ट्रायल रन किया गया है।
मुकुंदपुर डिपो से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। मुकुंदपुर डिपो से नवनिर्मित मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के बीच 600 मीटर की दूरी पर इसका ट्रायल किया गया। वेंकैया नायडू और केजरीवाल ने शाम को हरी झंडी दिखाकर देश की पहली चालक रहित मेट्रो को रवाना किया।
साल के अंत तक ये ट्रेन पश्चिमी जनकपुरी से बॉटेनिकल गार्डेन तक करीब 37 किलोमीटर और शिव विहार से मजलिस पार्क करीब 57 किलोमीटर तक चलेगी।
ये मेट्रो कंप्यूटर नेटवर्क द्वारा स्वत: ऑपरेट होंगी। हालांकि, शुरुआत में चालक रहित मेट्रो में ऑपरेटर मौजूद रहेंगे, ताकि जरूरत पड़ने पर ब्रेक लगा सकें और स्टार्ट कर सकें। सुरक्षा मानकों पर खतरा उतरने और पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही इन्हें बिना चालक के चलाई जाएगी। चालक रहित मेट्रो के ट्रायल के लिए अभी दूरी काफी कम रखी गई है। जुलाई से ब्लू लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से बोटेनिकल गार्डन (नोएडा) स्टेशन के बीच और सितंबर से मजलिस पार्क से शिव विहार मेट्रो स्टेशन के बीच चरणबद्ध तरीके से चालक रहित ट्रेनों के ट्रायल शुरू करने की योजना है।