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सोने से पहले इन चीजों का न करें सेवन, वरना उड़ जाएगी आपकी नींद

नई दिल्ली : अच्छी नींद लेना सेहत के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें नींद ना आने की समस्या होती है. वे या तो देर रात तक जागते रहते हैं या फिर काफी कम समय के लिए सोते हैं. नींद न आने से सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है इसलिए एक्सपर्ट रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेने की सलाह देते हैं. नींद आने या नींद कम आने में डाइट का काफी अहम रोल होता है. कुछ ऐसे चीजें होती हैं जिन्हें खाने से गहरी नींद आती है और कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिन्हें खाने से नींद नहीं आती.

न्यूट्रिशन और स्लीप एक्सपर्ट डेनियल पेरेज विडाल ने कहा, रात में सोने से पहले आइसक्रीम का सेवन नहीं करना चाहिए. दरअसल, आइसक्रीम में काफी मात्रा में चीनी होती है जो कि इंसुलिन स्पाइक का कारण बनती है जिस कारण नींद आने में बहुत समस्या होती है.

चीनी, कैफीन की तरह काफी उत्तेजक पदार्थ मानी जाती है. सभी इस बात को काफी अच्छे से जानते हैं कि सोने से 4-6 घंटे पहले कैफीन के सेवन से नींद (Sleep) नहीं आती. इसलिए कभी भी सोने से कुछ समय पहले तक आइसक्रीम न खाएं. इसके अलावा रात में सोने से पहले पनीर वाले फूड्स, स्पाइसी फूड, केक और ग्रेवी वाली डिश खाने से बचें.

इस बात का भी खास ख्याल रखें कि कुछ लोगों को रात में सोने से पहले चाय पीने की आदत होती है. लेकिन कैफीन चाय में भी मौजूद होता है. इसलिए सोने से पहले आइस टी, ठंडी ड्रिंक्स, चॉकलेट (chocolate) खाने से बचना चाहिए.

डेनियल पेरेज ने कहा, मैं सोने से 4-6 घंटे पहले तक इन फू्ड्स को न खाने की सलाह देता हूं. जब आप इन फूड का सेवन करते हैं तो बॉडी इन फूड को एनर्जी में बदल देती है और बॉडी में एनर्जी होने के कारण नींद आने में समस्या होने लगती है. साथ ही ये फूड डाइजेशन संबंधित समस्या भी पैदा कर सकते हैं.

मसाले वाली ग्रेवी और स्पाइसी फूड मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं और ब्लड फ्लो को बढ़ा देते हैं, जिसके कारण नींद नहीं आती. इसके अलावा जब आप सोने जाते हैं तो स्पाइसी फूड खाने के कारण बॉडी टेम्प्रेचर नेचुरली रूप से कम होने लगता है तो भी नींद आने में परेशानी होती है.

जब आप कोई पनीर वाली डिश खाते हैं तो ब्लोटिंग, गैस के साथ-साथ पेट में सूजन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं, जिस कारण नींद में समस्या होने लगती है. पनीर में टायरामाइन (Tyramine) अमीनो एसिड पाया जाता है. यह नॉरपेनेफ्रिन हार्मोन को रिलीज करता है जो मेंटल अलर्टनेस को बढ़ा देता है.

डेनियल पेरेज के मुताबिक, अगर कोई सोने से पहले ऐसी चीजें जिनमें पौटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम होता है, उनका सेवन करता है तो नींद आने में मदद मिल सकती है. सोने से पहले केला, अखरोट, बादाम, दूध का सेवन कर सकते हैं. कैल्शियम बॉडी और मसल्स को रिलेक्स करता है और यह ट्रिप्टोफैन हार्मोन को नींद बढ़ाने में मदद करने वाले हार्मोन मेलाटोनिन में बदलने में मदद करता है.

हर व्यक्ति को अलग-अलग मात्रा में नींद की जरूरत होती है. एवरेज इंसान को सात से नौ घंटे की सोना चाहिए. बच्चों को नौ से तेरह घंटे की नींद की जरूरत हो सकती है और नवजात बच्चों को रोजाना 12 से 17 घंटे नींद की जरूरत हो सकती है.

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