नई दिल्ली : अच्छी नींद लेना अच्छी सेहत के लिए जरूरी होता है. डॉक्टरों का कहना है कि हेल्दी रहने के लिए 7 से आठ घंटे जरूर सोना चाहिए. इससे ब्रेन अच्छे से विकसित होता है. मैमोरी पॉवर बढ़ती है. एकाग्रता बढ़ती है. नींद इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करती है. अब यदि नींद खराब है तो सभी गिनाए गए फायदों को नुकसान होता है. एंग्जाइटी, डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियां जन्म लेने लगती हैं. दिनभर थकान रहती है. व्यक्ति परेशान रहता है. जो लोग प्रॉपर नहीं सो पाते हैं. उन्हें स्लीपिंग पिल्स तक का सहारा लेना पड़ता है. लेकिन कई बार हम जाने अनजाने ऐसी गलतियां कर रहे होते हैं, जिनका बॉडी पर निगेटिव इंपेक्ट पड़ने लगता है.
लोग दिन में कई एनर्जी ड्रिंक पी लेते हैं. चाय और कॉफी की ओवरडोज चलती रहती है. इसका नुकसान ये होता है कि हाइपरटेंशन की समस्या बनने लगती है. कैफीन का असर बॉडी में 8 घंटे तक रहता है. इससे नींद में खलल पड़ सकता है.
डॉक्टरों का कहना है कि दिन में हेवी डाइट ले सकते हैं. दिनभर में काम करने पर भोजन पचच जाता है. लेकिन रात को हेवी डाइट लेने पर अपच, पेट गड़बड़ और बैचेनी हो सकती है. इससे रात की नींद डिस्टर्ब होती है.
बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं, जब मन करता है, तभी सोना शुरू कर देते हैं. दिन मेें 5 से 6 घंटे की नींद ले लेते हैं. फिर सोचते हैं कि रात को नींद क्यों नहीं आ रही? इसलिए जरूरी है कि नींद का एक शिडयूल तैयार किया जाए.
जो लोग एल्कोहलिक होते हैं. वो रात को पीकर सोना पसंद करते हैं. लेकिन इसका नुकसान ये है कि कुछ दिन तक यह ठीक रहता है. बाद में बिना शराब नींद नहीं आती है. इससे पूरी साइकिल डिस्टर्ब हो जाती है.
डिजीटल डिवाइस (digital device) में नींद में बड़ी खलल के रूप में देखी जाती है. इससे ब्रेन में मेलाटॉनिन के उत्पादन पर फर्क पड़ता है. मोबाइल चलाने से कई बार देर रात तक नींद नहीं आती है. इससे सेहत को नुकसान होता है.