नई दिल्ली : ये नवरात्रि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होती हैं और इसी दिन से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है और फिर 9 दिनों तक रोजाना विधि-विधान से मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. मां दुर्गा की पूजा (Prayer) करने से जीवन में सुख-समृद्धि, तरक्की मिलती है. मां दुर्गा मनोकामनाएं पूरी करती हैं. ऐसे में माता रानी की कृपा पाने के लिए जरूरी है कि नवरात्रि के दौरान कुछ गलतियां करने से बचा जाए.
माता रानी के भक्त इन 9 दिनों के दौरान व्रत भी रखते हैं. यदि व्रत रख रहे हैं तो सख्ती से कुछ नियमों का पालन करना चाहिए. जो लोग व्रत नहीं कर रहे हैं उन्हें भी इन नियमों का जरूर पालन करना चाहिए.
– चैत्र नवरात्रि के एक दिन पहले से ही तामसिक आहार का सेवन बंद कर दें. ना ही नशा करें और ना ही मन में बुरे विचार लाएं. नवरात्रि में व्यक्ति को अपना शरीर और मन दोनों शुद्ध रखने चाहिए.
– नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज का सेवन भी न करें.
– जो लोग व्रत कर रहे हैं, वे अनाज और नमक का सेवन न करें. यदि बिना नमक के नहीं रह सकते हैं तो व्रत वाला सेंधा नमक इस्तेमाल करें.
– व्रती को इस दौरान ना तो कोई गलत काम करना चाहिए, ना ही किसी के बारे में बुरे विचार लाने चाहिए. उसका मन-विचार सकारात्मक और सात्विक होंगे तभी उसे व्रत-पूजा का पूरा फल मिलेगा.
– इस दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ नियमित तौर पर करें. चाहे आप व्रत कर रहे हों या नहीं कर रहे हों. यह पाठ करने से मां दुर्गा बहुत प्रसन्न होती हैं.
– व्रती को जमीन पर सोना चाहिए. चाहें तो चौकी पर भी सो सकते हैं. बेहतर होगा कि पलंग या खाट पर सोने से बचें.
– व्रती और जो लोग व्रत नहीं भी रख रहे हैं, उन्हें नवरात्रि के दौरान बाल-नाखून नहीं काटना चाहिए. साथ ही दाढ़ी बनवाने से भी बचना चाहिए.