आयुर्वेद में दूध को बहुत गुणकारी बताया गया हैं जो कि कई पोषक तत्वों से भरपूर होता हैं। दूध को प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत माना जाता है। दूश को कई अन्य खाद्य सामग्रियों के साथ भी ग्रहण किया जाता हैं जिससे इसकी गुणवत्ता में इजाफा होता है। लेकिन जरा संभलकर, दूध का हर किसी के साथ सेवन नहीं किया जा सकता है। कई चीजें ऐसी हैं जिनका दूध के साथ सेवन करना सेहत पर भारी पड़ सकता हैं। तो आइये जानते हैं उन चीजों के बारे में जिनका दूध के साथ सेवन नहीं किया जाना चाहिए।
दूध और मांस-मछली कभी भी साथ में या एकदम आगे-पीछे नहीं लेना चाहिए। ऐसी कई चीजें हैं जिसे बनाते समय दूध का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि व्हाइट सॉस पास्ता दूध की मदद से बनता है। इसी पास्ता में चिकन/मीट भी होता है। दूध अपने आप में पूर्ण है। शरीर को दूध को पचने के लिए समय की जरूरत होती है क्योंकि इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसे किसी भी अन्य तरह के प्रोटीन जैसे कि मीट या मछली के साथ मिक्स करने पर पाचन-तंत्र पर काफी दबाव पड़ता है। इससे शरीर में कई तरह की परेशोनियां हो सकती हैं।
वैसे तो आज के समय में दूध में फ्रूट्स ब्लेंड करके स्मूदीज बनाने का फैशन छा गया है। अधिकतर लोग दूध के साथ फ्रूट्स मिलाकर शेक पीते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, केला, स्ट्रॉबेरी, पाइनएप्पल, संतरे जैसे फल पाचन के समय पेट में गर्मी बढ़ाते हैं। वहीं, दूध की तासीर ठंडी होती है। दूध और फलों की प्रकृति पूरी तरह से उलटी होने पर पाचन-तंत्र पर इसका बुरा असर पड़ता है। इससे सर्दी, खांसी, जुखाम और एलर्जी जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं।
तरबूज के साथ या बाद में न पिएं दूध
गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है। इस मौसम में पानी वाले फलों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। तरबूज दिन में किसी भी समय खा सकते हैं। शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ तरबूज के कई और फायदें हैं। 96 प्रतिशत पानी वाला यह फल गर्मियों के लिए परफेक्ट माना जाता है। तरबूज में पोटेशियम, फाइबर समेत कई पोषक तत्व होते हैं। समर डाइट में इसे सबसे हेल्दी फ्रूट कहा जा सकता है, लेकिन इसे दूध के साथ लेना खतरे से खाली नहीं है। तरबूज को अकेला खाएं। इसे किसी के भी साथ खाना सही नहीं है।