वाराणसी : सावन माह में वाराणसी में काफी संख्या में भक्त बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। वहीं दूरदराज से आने वाले कावड़िए भी बाबा को जल चढ़ा कर पूजन अर्चन करते हैं। कोरोना के चलते दो साल तक कांवर यात्रा भी प्रभावित रही। 2 साल बाद इस वर्ष सावन माह में कावड़ियों द्वारा कांवर यात्रा निकाली जाएगी। ऐसे में काशी में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए आज से कई मार्गों को डायवर्ट किया गया है। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है, इन वाहनों को रिंग रोड से अपने गंतव्य के लिए भेजा जाएगा।
गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर और मऊ आदि जनपदों से वाराणसी में आने वाले या वाराणसी से होते हुए अन्य जनपदों को जाने वाले वाहनों को चौबेपुर में रिंग रोड से हरहुआ होते हुए राजातालाब की तरफ भेजा जाएगा। इसी तरह मिर्जापुर सोनभद्र चंदौली आदि जनपदों से आने वाले वाहनों को राजातालाब भेजा जाएगा। राजातालाब रिंग रोड से होते हुए वे वाहन अपने गंतव्य के लिए जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर आदि जनपदों के लिए प्रस्थान करेंगे। प्रयागराज से वाराणसी आने वाली या वाराणसी होकर आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ आदि जनपदों के लिए जाने वाले वाहनों को भी राजातालाब में रिंग रोड से ही मोड़ दिया जाएगा।
वाराणसी जिले में संचालित होने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों को लेकर भी डायवर्जन प्लान जारी किया गया है। गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर से आने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों को मकबूल आलम रोड पर स्थित संकुल भवन में खड़ा किया जाएगा। इसी तरह चंदौली सोनभद्र और मिर्जापुर से शहर में प्रवेश करने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों को मोहनसराय से अकेलवा होते हुए चांदपुर चौराहे तक जाने की अनुमति रहेगी उसके बाद यहीं से पुनः उसी मार्ग से यह बसें वापस भी जाएंगी।
श्रद्धालुओं और कांवड़ियों को समस्या न हो, इस बात का ध्यान रखते हुए सावन के शनिवार की रात 8 बजे से मंगलवार की सुबह 8 बजे तक भेलूपुर चौराहे से रामापुरा चौराहे तक, मैदागिन से गोदौलिया होते हुए सोनारपुरा चौराहे तक, ब्राडवे तिराहे से सोनारपुरा होते हुए गोदौलिया चौराहे तक का क्षेत्र वाहनों के लिये प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा ड्रोन कैमरों की मदद से कांवड़िया रूट की निगरानी भी की जाएगी।