अपनी पत्नी के लिए करें ये व्रत, नहीं अकेले सोना पड़ेगा
अशून्य शयन व्रत 26 अक्टूबर को आ रहा है, इसे पतियों का करवाचौथ कहा जा सकता है। अपनी पत्नी से प्यार करने वाला हर पति इस व्रत को करता है। अशून्य शयन द्वितिया का अर्थ है- बिस्तर में अकेले न सोना पड़े यानि हर समय अपनी वाईफ का साथ बना रहे। जीवन में कभी ऐसा मुकाम न आए कि उसके बीना रहना पड़े। अपनी शादी को परफेक्ट बनाने के लिए अपनाएं ये लव डोज़ फॉर्मूला-
पलंग की चादर सफेद या गुलाबी हो। गद्दा एवं तकिए मुलायम खुशनुमा रंग के हों तो कठोर बोलने वाली पत्नी के व्यवहार में भी बदलाव आ जाता है।
गद्दे, तकिए हल्के से कठोर हों तो बेहतर (शुभ) होगा।
दीवारों पर तांबे की धातु के बने सजावट के समान लगाएं।
नक्काशीदार शोपीस धातु के रखें, गुलाबी या लाल रंग के नाइट लैंप लगाएं तथा गर्म दूध का सेवन करें।
सर्दियों में हीटर का इस्तेमाल करें और सर्दियों के बाद इस्तेमाल न करते हुए भी हीटर शयन कक्ष में रखें। इससे कितने भी उग्र स्वभाव का पति हो, वह भी वश में हो जाता है।
नवदंपति अथवा पच्चीस साल पहले के शादी-शुदा दम्पति, वे अपनी यौन संबंधी समस्याएं दूर कर सकते हैं। मकान में बाएं हाथ पर पड़ने वाली खिड़कियां पत्नी, मां, बेटियों, बहनों का कारक बनती हैं, इसलिए मकान के बाएं हाथ की खिड़कियां ठीक हालत में होनी चाहिए।
यदि पति की तरफ से रिलेशनशीप में गड़बड़ी हो तो उसे ठीक करने के लिए कमरे में लाल पेंट (रंग) कराएं।
रूम के माहौल को रोमांटिक बनाने के लिए दीवारों पर आकर्षक गुलाबी रंग के पेंट की पुताई करवाएं तथा सुंदर चित्र एवं अच्छी पेंटिंग टांगें। पर्दे हल्के गुलाबी रंग के सुगंध से युक्त हों यानि उन पर खूशबू का इस्तेमाल करें।