नई दिल्ली। सदियों से तांबे के बर्तन का लोग प्रयोग करते आ रहे हैं। पूजा-पाठ, हवन आदि में इसका प्रयोग काफी पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि मिट्टी के बर्तन की तरह ही तांबा भी बेहद पवित्र होता है। लेकिन क्या आपको पता है धार्मिक आधार पर ही नहीं वैज्ञानिक आधार पर भी तांबे के बर्तनों का प्रयोग काफी लाभकारी होता है।
तांबे के बर्तनों का उल्लेख वर्षो पहले महान ऋषि-मुनियों द्वारा अपनी रचनाओं में किया गया था। वहीं वैज्ञानिकों ने भी वेदों-पुराणों में लिखें तांबे संबंधी इन बातों पर अपनी सहमती जतायी है। इसी तरह तांबे के बर्तन की भी ऐसी ही कुछ खासियत हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। तो आईये जानते हैं कि कैसे उपयोगी है आपके लिए तांबा।
इस बर्तन में एंटीवैक्टेरियल गुण पाया जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद अहम है। आयुर्वेद ने तांबे के बर्तन में ही पानी पीने की सलाह दी है। आयुर्वेद का मानना है कि पानी में विभिन्न प्रकार के कीटाणु होते हैं जो तांबे से बने हुए बर्तन में पानी को डालने से मर जाते हैं। इसकी वजह से हम कई बीमारियों जैसे डायरिया, पीलिया आदि से बचे रहते हैं।
इतना ही नहीं कैंसर से भी बचाता है तांबा। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबे कैंसर की शुरुआत को रोकने में मदद करता है और इसमें कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते है।
तांबे में मस्तिष्क को उत्तेजित करने वाले और विरोधी ऐंठन गुण होते हैं। इन गुणों की मौजूदगी मस्तिष्क के काम को तेजी और अधिक कुशलता के साथ करने में मदद करते है।
अगर एनीमिया ग्रसित वयक्ति तांबे में रखकर पानी पीता हा तो उसे लाभ मिलेगा। यह खाने से आयरन को आसानी से सोख लेता है जो एनीमिया से निपटने के लिए बेहद जरूरी है।
तांबे के बर्थान में रखा पानी, गठिया रोग ठीक करने के साथ-साथ हमारे पाचनतंत्र को मजबूत रखता है।