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वैक्सीन नहीं लगी होने से अमेरिका में डॉक्टरों ने रोका मरीज का हार्ट ट्रांसप्लांट

बोस्टन: अमेरिका में कोरोना वायरस की नई लहर के बीच बचाव के उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। कोविड वैक्सीन पर ज्यादा से ज्यादा जोर दिया जा रहा है। इस बीच खबर है कि बोस्टन शहर के एक अस्पताल ने एक मरीज का इसलिए हार्ट ट्रांसप्लांट करने से इनकार कर दिया, क्योंकि मरीज ने कोविड वैक्सीन लेने से मना कर दिया था। ऐसे में अमेरिका में नई बहस छिड़ गई है। सवाल उठया जा रहा है कि क्या वैक्सीन लगवाना मरीज की जान बचाने से ज्यादा जरूरी है? अस्पताल ने अपने इस फैसले का बचाव किया है। जबकि मरीज के परिजनों ने इस पर हैरानी जताई है। उनका कहना है कि जब किसी की जान संकट में हो, तो पहले उसे बचाया जाना चाहिए, न कि टीके के लिए दबाव डाला जाना चाहिए।

मरीज डीजे फर्ग्यूसन के परिजनों ने कहा है कि ब्रिघम एंड वुमेंस हॉस्पिटल ने उनके 31 वर्षीय पिता की हार्ट सर्जरी करने से इसलिए इनकार कर दिया, क्योंकि उन्होंने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाई है। इसके साथ ही मरीज के परिवार ने हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए पब्लिक फंडिंग की अपील भी की। परिवार का कहना है कि यह हमारे लिए कठिन समय है। यह मात्र एक राजनीतिक मसला नहीं है, बल्कि लोगों को विकल्प दिया जाना चाहिए। मरीज की मां टैसी फर्ग्यूसन ने कहा उनका बेटा टीकाकरण के खिलाफ नहीं है। उसने पूर्व दूसरे टीके भी लगवाए हैं।

उधर, अस्पताल की एक नर्स का कहना है कि मरीज को आर्टियल फिब्रिलेशन की समस्या है। इसमें मरीज की धड़कन अनियमित और अक्सर तेज हो जाती है। नर्स ने कहा कि उसे कोरोना-रोधी टीके के दुष्प्रभाव की भी जानकारी है। इस बीच ट्रैसी फर्ग्यूसन का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टर को पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टीका लगवाने के बाद मेरे बेटे की तबीयत और ज्यादा बिगड़ तो नहीं जाएगी? अस्पताल ने इस बहस में शामिल होने से इनकार कर दिया है, लेकिन उसने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया है कि कोविड-19 वैक्सीन किसी भी जटिल सर्जरी के लिए जरूरी है। अमेरिका में किसी भी अंग के प्रत्यारोपण के लिए जरूरी टीकाकरणों में से यह एक है। इसमें फ्लू और हेपेटाइटिस बी के टीके शामिल हैं। इससे मरीज के जिंदा बचने की संभावनाएं बढ़ती हैं।

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