नई दिल्ली। इस समय देश में महंगाई डायन खाय जात है। एक ओर जहां खाद्य तेलों में आग लग रही तो दूसरी ओर पेट्रोल से लेकर रसोई गैस (PNG) और ऑटो CNG महंगी चल रही है इस कारण लोगों का बजट बिगड़ा हुआ है।
आपको बता दें कि डॉमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमतों में सरकार जल्द ही बढ़ोतरी करने वाली है जिससे नेचुरल गैस की कीमतें उछाल हो सकता है। सरकार के इस कदम से ऑटो फ्यूल के रूप में इस्तेमाल होने वाली CNG और घरों में खाना पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाली पाइप्ड नेचुरल गैस यानी PNG की कीमतें बढ़ जाएंगी. इससे ग्राहकों की जेब पर सीधा असर होगा।
ग्लोबल इकॉनमी कोरोना का कहर से बाहर निकल रही है और इसके साथ ही एनर्जी की मांग भी बढ़ रही है, लेकिन 2021 में इसकी सप्लाई को बढ़ाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए। इन कारणों से गैस की कीमत में काफी तेजी आई है।
घरेलू इंडस्ट्रीज पहली ही आयातित एलएनजी (LNG) के लिए ज्यादा कीमत चुका रही है। इसकी वजह लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स हैं जहां कीमत कच्चे तेल से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने स्पॉट मार्केट से खरीदारी कम कर दी है जहां कई महीनों के कीमत में आग लगी हुई है।
इंडस्ट्री के जानकारों और एनालिस्ट्स का कहना है कि इसे 2.9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 6 से 7 डॉलर किया जा सकता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के मुताबिक गहरे समुद्र से निकलने वाली गैस की कीमत 6.13 डॉलर से बढ़कर करीब 10 डॉलर हो जाएगी। कंपनी अगले महीने कुछ गैस की नीलामी करेगी। उसने इसके लिए फ्लोर प्राइस को क्रूड ऑयल से जोड़ा है जो अभी 14 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।
देश में घरेलू नेचुरल गैस की कीमतें हर साल अप्रैल और अक्टूबर में तय होती हैं। अप्रैल की कीमत जनवरी से दिसंबर 2021 की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर आधारित होगी।