डोनाल्ड ट्रंप ने जो बाइडेन को घेरा, कहा- मैं राष्ट्रपति होता तो ईरान कभी हमला नहीं करता
न्यूयार्क: ईरान ने शनिवार देर रात इजरायल पर अटैक कर दिया है। उनकी तरफ से 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं। हालांकि, इजरायली सेना ने दावा किया कि हमले बड़े स्तर पर नहीं हुए क्योंकि उन्होंने कई मिसाईलों को हवा में नष्ट कर दिया। अब दोनों देशों की लड़ाई ने एक बार फिर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। अमेरिका ने इजरायली नागरिकों को सुरक्षा देने की बात कही है और ईरान द्वारा किए गए हमले पर निंदा व्यक्त की। इस हमले पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का भी रिएक्शन सामने आया है और उन्होंने जो बिडेन की आलोचना करते हुए कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति होता तो इजरायल पर हमला नहीं होता।
हमले पर रिएक्शन देते हुए ट्रंप ने कहा, ”अगर मैं राष्ट्रपति होता तो ईरान कभी हमला नहीं करता। उनके पास पैसे नहीं थे, लेकिन अब उनके पास 221 अरब डॉलर हैं। और इराक, जो ईरान की सहायक कंपनी बन गया है, के पास 300 अरब डॉलर हैं। हम बहुत खतरनाक दौर में हैं क्योंकि हमारे पास एक बेहद कमजोर राष्ट्रपति है जो दो वाक्यों को एक साथ नहीं रख सकता है।”
इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से विश्व युद्ध होने का खतरा है। ट्रंप ने शुक्रवार को हाउस स्पीकर माइक जॉनसन के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, “इजरायल के साथ जो चल रहा है उसका अंत विश्व युद्ध के रूप में हो सकता है।” ट्रंप ने कहा कि वर्तमान समय और पांच नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बीच बहुत कुछ हो सकता है, विशेष रूप से कमजोर अमेरिकी नेताओं के नेतृत्व में।”
ईरान के हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वह इस जंग में इजरायल के साथ खड़ा है। अमेरिका ने कहा कि वह इजरायल की रक्षा के प्रतिबद्ध है। ईरान को इसका जवाब मिलेगा। बता दें कि ईरान और इजराइल के बीच जंग शुरू हो गई है। ईरान ने आधी रात को इजराइल पर 200 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें दागीं हैं। हमले के बाद इजराइली सेना हाई अलर्ट है। ईरान ने कहा है कि इजराइल ने जो हमला किया था ये उसी का जवाब है। इजराइली सेना ने कहा कि वह हाई अलर्ट पर है और सभी लक्ष्यों पर नजर रख रही है। ईरान के विध्वंसक हमले के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में वॉर मीटिंग बुलाई।