एक लीटर पानी में 15 ग्राम ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर पोछा लागएं: सीएमओ
चित्रकूट। कोरोना के वायरस से लोगों को बचाने और इस मुश्किल दौर से हर किसी को उबारने के लिए सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सकों द्वारा भी बराबर यही बताया जा रहा है कि कोरोना का कोई मुकम्मल इलाज अभी नहीं है। इसलिए हर किसी को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। सावधानी बरतकर ही हम कोरोना को मात दे सकते हैं। इस बारे में सभी को जागरूक करने के लिए हर जिले के साथ ही प्रदेश स्तर पर हेल्प डेस्क और हेल्प लाइन की व्यवस्था की गयी है, जिसके जरिये लोगों के सवालों का उचित जवाब मिल रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद कुमार यादव ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना को लेकर हम तीन महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं पर फोकस करने के साथ ही उन्हें क्या सावधानी बरतनी है, उस बारे में जागरूक कर रहे हैं। बताया कि इसमें पहला यह है कि यदि आप विदेश से लौटे हैं, दूसरा यदि आप दूसरे राज्य या शहर से गाँव लौटे हैं और तीसरा यदि आप सामान्य नागरिक हैं तो क्या जरूरी सावधानी बरतनी है।
सीएमओ ने बताया कि यदि विदेश से लौटे हैं तो वैश्विक महामारी कोरोना से घबराएं नहीं, 14 दिनों तक घर के एक अलग कमरे में परिवार वालों से दूर रहें। इस तरह से आप अपने साथ परिवार वालों को भी कोरोना से बचा सकते हैं। जिस कमरे में रह रहे हैं उसमें एक लीटर पानी में 15 ग्राम ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर पोछा लागएं। इस दौरान परिवार वालों के साथ ही किसी अन्य से भी हाथ मिलाने और गले मिलने से बचें। विदेश से लौटने के 28 दिनों के भीतर यदि खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोई भी लक्षण दिखें तो तत्काल स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर -1800-180-5145 अथवा जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर्वी में स्थापित कंट्रोल रूम के फोन नम्बर 05198-233066, 05198-233685 पर संपर्क करें।
वही यदि राज्य या शहर से अपने गांव लौटे जो लोग हैं उन्हें भी यही सलाह दी जा रही है कि वह 14 दिन तक अपने परिवार के साथ घर पर ही रहें, बाहर न निकलें। धार्मिक स्थल, आयोजन, शादी व सामाजिक समारोह में कतई न जाएं। बुखार और खांसी होने पर केवल पैरासीटामाल लें और घर पर आराम करें। इमरजेंसी की स्थिति जैसे तेज सांस फूलने या तेज बुखार होने पर स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर -1800-180-5145 अथवा जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर्वी में स्थापित कंट्रोल रूम से संपर्क करे।
इसके अलावा विदेश यात्रा या दूसरे राज्य से आपके शहर, कस्बे या गांव में लौटे व्यक्ति को देखकर घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसे लोगों को सलाह दें कि वह लौटने के बाद 14 दिनों तक अपने घर में अलग कमरे में रहें और किसी के सम्पर्क में आने से बचें। अगर वह इस सलाह को नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। विदेश यात्रा से लौटने के बाद यदि खांसी, बुखार या सांस फूलने जैसे लक्षण दिखाई दें तो ऐसे लोगों के साथ जो लोग निवास करते हैं। केवल उनको ही कोरोना की जांच कराने की आवश्यकता है, अन्य लोगों को जांच कराने की जरूरत नहीं है। भीड़भाड़ वाले स्थलों और आयोजनों में शामिल होने से बचें। आपस में बातचीत करते समय कम से कम दो मीटर की दूरी बनाए रखें।