आलमबाग बस टर्मिनल पर धूमधाम से मनाई गयी डॉ अम्बेडकर की जयंती
डॉ अम्बेडकर के प्रयासों से देश को एक मजबूत संविधान मिलाः अमर नाथ सहाय
डॉ अम्बेडकर ने संविधान के निर्माण में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया : डीके गर्ग
लखनऊ : आलमबाग बस टर्मिनल पर विश्वरत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर डॉ भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ रवि शंकर पांडे, संदीप, प्राची भटनागर, डॉ विनोद, हिमांशु आदि का सहयोग लिया गया। बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर को याद करते हुए चारबाग डिपो के एआरएम अमर नाथ सहाय ने कहा कि डॉ भीमराव अम्बेडकर के प्रयासों से हमारे देश को एक मजबूत संविधान मिला। बाबा साहब ने न्याय, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, आत्मसम्मान एवं देश की एकता व अखंडता के विचारों पर आधारित देश निर्माण का खाका तैयार किया था। एआरएम डीके गर्ग ने डॉ अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित करते हुए कहा कि भीमराव अंबेडकर भारत की स्वतंत्रता के बाद देश के संविधान के निर्माण में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया। भीमराव अंबेडकर ने जीवन भर कमजोर लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने अपने विचारों से देश में परिवर्तन लाने में महत्पूर्ण भूमिका निभाई। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार ने डॉ अम्बेडकर चित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हें याद करते हुए कहा कि देशभर में हर साल बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाती है। डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था। भारत में उनकी कड़ी मेहनत और योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है। डॉ अम्बेडकर की प्रथम जयंती 14 अप्रैल 1928 को अंबेडकर के एक प्रबल अनुयायी और एक सामाजिक कार्यकता जनार्दन सदाशिव रणपिसे द्वारा मनाया गया था जिसे अब पूरा देश मनाता है। रूपेश कुमार ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर एक राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, दार्शनिक, मानवविज्ञानी और समाज सुधारक थे, जिन्होंने जाति व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाकर दलित समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। डॉ अंबेडकर शिक्षा के माध्यम से समाज के कमजोर, मजदूर और महिला वर्ग को सशक्त बनाने का काम किया। कार्यक्रम में राधा प्रधान, मधु श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश सोनकर, बैजनाथ यादव सहित तमाम कर्मचारियों ने डॉ अम्बेडकर को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।