‘द्रौपदी राष्ट्रपति हैं तो पांडव कौन हैं?’, राम गोपाल वर्मा के बयान पर मचा हंगामा, अब माफी मांग कही ये बात
नई दिल्ली : “अगर द्रौपदी राष्ट्रपति हैं तो पांडव कौन हैं? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कौरव कौन हैं?” ये ट्वीट बॉलीवुड फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने किया है। राम गोपाल वर्मा के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है। वहीं तेलंगाना के भाजपा नेता गुडूर नारायण रेड्डी ने फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा के खिलाफ एनडीए राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के लिए शिकायत दर्ज की है। पूरे मामले पर विवाद होने के बाद अब राम गोपाल वर्मा ने अपने ट्वीट पर माफी मांगी है और सफाई दी है।
“अगर द्रौपदी राष्ट्रपति हैं तो पांडव कौन हैं? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कौरव कौन हैं?” अपने इस ट्वीट पर सफाई देते हुए राम गोपाल वर्मा ने फिर से एक ट्वीट किया है। ट्वीट में सफाई देते हुए उन्होंने कहा, ”यह बयान सिर्फ एक गंभीर विडंबना के तौर पर कहा गया था। किसी भी अन्य तरीके से किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था। महाभारत में द्रौपदी मेरा सबसे पसंदीदा चरित्र है, लेकिन चूंकि नाम इतनी दुर्लभ है, इसलिए मुझे संबंधित पात्रों और इससे जुड़ी चीजें याद आ गईं। किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मकसद बिल्कुल नहीं था।”
राम गोपाल वर्मा के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना भाजपा नेता गुडूर नारायण रेड्डी ने फिल्म निर्देशक के खिलाप आबिद रोड पुलिस स्टेशन में एससी और एसटी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। रेड्डी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ”यह ट्वीट एससी और एसटी लोगों का अपमान करने के समान है। यहां, वह ‘द्रौपदी’ को राष्ट्रपति कहते हैं। अगर उन्होंने अलग-अलग द्रौपदी, पांडवों और कौरवों का उल्लेख किया होता, तो हमें कोई आपत्ति नहीं होती। हम, भाजपा कार्यकर्ता राम गोपाल के बयान से आहत हैं।” ‘
राम गोपाल वर्मा के बयानों पर गुस्सा जाहिर करते हुए भाजपा नेता गुडूर नारायण रेड्डी ने कहा, “यहां इस मामले में पुलिस ने हमसे वादा किया है कि वे राम गोपाल वर्मा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, और उसके बाद, मुझे नहीं लगता कि वह फिर से ट्वीट करेंगे या ऐसा कभी भी कुछ बोलेंगे। किसी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देना उचित नहीं है।” भाजपा नेता ने पुलिस को सबूत के तौर पर शिकायत के साथ ट्वीट भी सौंपा है। द्रौपदी मुर्मू पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बता दें कि भाजपा नीत राजग ने मंगलवार को झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा आगामी चुनावों के लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में की है। द्रौपदी मुर्मू भारत के इतिहास में पहली बार आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। एक बार निर्वाचित होने के बाद, वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। साथ ही, वह ओडिशा राज्य से आने वाली पहली राष्ट्रपति बन सकती हैं।
गोशामहल विधानसभा के भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने भी एनडीए के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ राम गोपाल वर्मा की टिप्पणियों पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि राम गोपाल वर्मा ने ये ट्वीट शराब के नशे में किया होगा। उन्होंने कहा, “वर्मा हमेशा इस तरह के विवादित बयान देकर खबरों में बने रहने की कोशिश करते हैं।” हमेशा विवादित बयान देते हैं राम गोपाल वर्मा हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब राम गोपाल वर्मा सोशल मीडिया पर विवादों का हिस्सा बने हैं। अप्रैल 2022 में, अजय देवगन और किच्छा सुदीप के बीच हिंदी राष्ट्र भाषा है या नहीं, इसको लेकर ट्विटर बहस पर भी डायरेक्टर ने कमेंट किया था। निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने यह कहते हुए विवाद में कूदा कि बॉलीवुड के सितारे साउथ फिल्मों से असुरक्षित हैं और साउथ इंडिया के कलाकारों से जलते हैं।”