द्रविड़ और कोहली को बल्लेबाजी कम्र के लिए लेने होंगे कड़े फैसले : लक्ष्मण
मुंबई : भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का कहना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय बल्लेबाजी का क्रम कैसा होना चाहिए, इसके लिए मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को कुछ कड़े फैसले लेने होंगे। उन्होंने कहा कि द्रविड़ और कोहली को सही निर्णय लेते हुए कानपुर में डेब्यू टेस्ट में श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
अय्यर ने कानपुर में पहले टेस्ट के दौरान न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ अपना शानदार प्रदर्शन किया, उन्होंने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में 105 और 65 रन बनाए, जिससे उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। वह अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक और अर्धशतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज भी बने। डेब्यू पर अय्यर के शानदार प्रदर्शन ने कोहली की वापसी के साथ टीम क्रम में एक पहेली खड़ी कर दी है।
लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स पर फॉलो द ब्लूज शो में कहा श्रेयस अय्यर ने दोनों पारियों में पहली टेस्ट सीरीज में शतक और अर्धशतक के साथ टीम में रनों का योगदान देने के साथ शानदार प्रदर्शन किया, यह दोनों पारी तब खेली गई जब भारतीय टीम एक समय पर दबाव में थी। लक्ष्मण ने अपनी राय देते हुए कहा कि मुंबई में दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय बल्लेबाजी का क्रम कैसे आकार लेता है, यह कहना मुश्किल होगा, लेकिन मेरा मानना है कि दोनों पारियों में मयंक अग्रवाल ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वह क्रीज पर असहज लग रहे थे।
चेतेश्वर पुजारा में ओपनिंग करने की क्षमता है, उन्होंने पहले मैचों में पारी की शुरुआत की है। नंबर तीन पर अजिंक्य रहाणे को भेजा जा सकता है, विराट कोहली नंबर 4 पर आ सकते हैं और श्रेयस अय्यर को पांच नंबर पर भेजा जा सकता हैं क्योंकि आप उनके प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि यह एक कठिन फैसला है जिसे राहुल द्रविड़ और विराट कोहली को लेना होगा। मुझे उम्मीद है कि वह इस फैसले को जल्द लेंगे और सही फैसला लेकर श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन को नजरअंदाज न किया जाए।
लक्ष्मण ने कहा मैं वास्तव में विराट कोहली की वापसी की प्रतीक्षा कर रहा हूं क्योंकि हम जानते हैं कि वह पहले टेस्ट और टी 20 सीरीज में नहीं खेले थे। विराट कोहली को टेस्ट मैच में तीन अंकों का अंक मिले लंबा समय हो गया है और हम जानते हैं कि वह मैच में अपना अच्छा प्रदर्शन दे सकते हैं। कोहली का जब बल्ला चलना शुरू होता है तो गेंद फेंक रहा गेंदबाज भी असमंजस की स्थिती में पड़ जाता है।