बुंदेलखंड में 2022 तक खत्म होगा पेयजल संकट
झांसी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिफेंस कारिडोर, सिंचाई परियोजना व जल जीवन मिशन जैसे विकास कार्यो से नए बुंदेलखंड का निर्माण हो रहा है। बुंदेलखंड में पीने की पानी की कमी को वर्ष 2022 तक पूरा कर दिया जाएगा और पलायन व सूखा जैसी समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 फरवरी 2019 के बाद झांसी आ रहे हैं। इस दौरान झांसी व बुंदेलखंड के विकास की अनेक योजनाएं उमंग के साथ आगे बढ़ी हैं। बुंदेलखंड में डिफेंस कारिडोर का निर्माण भी हो रहा है। इसके दो केंद्र चित्रकूट व झांसी में हैं। झांसी में भारत डायनामिक्स लिमिटेड की पहली महत्वपूर्ण इकाई की स्थापना होगी।
योगी ने कहा कि बुंदेलखंड के बारे में कहा जाता है कि यहां पर सूखा है, पलायन होता है, लेकिन आज हम कह सकते हैं कि यहां सिंचाई की परियोजनाओं का तेजी के साथ काम प्रारंभ हुआ है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इस क्षेत्र की जीवन-रेखा साबित होगा।
झांसी में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ने कार्य शुरू कर दिया है। ललितपुर में मेडिकल कालेज स्थापित करने जा रहे हैं। हर घर नल लगाकर पेयजल की किल्लत को दूर किया जा रहा है। 2022 तक हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंच जाएगा। लगभग 10,500 हजार करोड़ की लागत की परियोजनाएं नए बुंदेलखंड का निर्माण करेंगी।