नई दिल्ली : सहजन की पत्तियों में प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट, एक्कॉर्बिक एसिड(ascorbic acid), फोलिक और फेनोलिक (Folic and Phenolic) के गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों (diseases) का इलाज करती हैं. सहजन को अगर सुपरफूड (superfood) के तौर पर देखा जाए तो यह गलत नहीं होगा. दरअसल सहजन को आयुर्वेद (Ayurveda) तक में अमृत के समान माना गया है. सहजन एक दो नहीं बल्कि 300 से भी ज्यादा बीमारियों का इलाज करता है.
वैसे तो हम इसकी सब्जी और पत्तियों को खाने के तौर पर इस्तेमाल करते ही हैं. इसके साथ ही सहजन की फली और सूखी पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी और बी कॉम्प्लेक्स अच्छी मात्रा में पाई जाती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी है.
एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टिरियल के गुण से भरपुर सहजन के पत्ते हमारे पेट के लिए कई तरह से फायदेमंद है. यह डाइजेशन के लिए लाभकारी तो है ही साथ ही पेट में होने वाली गैस की समस्या को भी दूर करने का काम करती है.
सहजन के पत्तों में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट ग्लुकोज लेवल को बैलेंस करने में मदद करता है.
सहजन की पत्तियों में प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट, एक्कॉर्बिक एसिड, फोलिक और फेनोलिक के गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों का इलाज करती हैं.
सहजन के पत्तों में एक दो नहीं बल्कि 40 से ज्यादा एंटीऑक्सिडेंट(Antioxidants) के गुण पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है. इम्यूनिटी मजबूत होने से हमे बीमारियों से लड़ने में की शक्ति मिलती है.
कोलेस्ट्रोल लेवल करता है मेंटन: सहजन की पत्ती हमारे शरीर को बेड कोलेस्ट्रोल से बचाने का काम करती है. इसके पत्तों में फैटी एसिड ओमेगा 3 पाया जाता है.