सिरोंज : नगर एवं ग्रामीण अंचलों में संचालित होने वाली उचित मूल्य की 103 दुकानों में से 25 दुकानों को छोड़कर बाकी सभी दुकानों में स्टॉक में गड़बड़ी होने के कारण उपभोक्ताओं को राशन के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा इस समस्या को दूर करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं ,अधिकारी अपनी जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालकर जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं।
उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतें सामने आने के बाद एसडीएम ने सभी सेल्समैन, खाद्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए जल्दी ही इस गड़बड़ी को दूर करके समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए नहीं तो आने वाले दिनों में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। पिछले कुछ महीनों से उपभोक्ता को राशन के लिए परेशान होना पड़ रहा है पूरा महीना बीत जाने के बाद ही राशन दिया जाता है 1 महीने का राशन गोलमाल चल रहा है। वही सेल्समैन अपनी गड़बड़ी ना बताते हुए अधिकारियों पर ऑनलाइन पोर्टल पर स्टॉक दर्ज नहीं करवाने की बात कह कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। इन सब की अनदेखी की सजा गरीब राशन उपभोक्ताओं को उठानी पड़ रही है ।
पिछले कई महीनों से राशन वितरण में इसी तरह की लापरवाही देखने को मिल रही है राशन विक्रेताओं का कहना है कि कोरोना काल एवं कांग्रेस सरकार के निर्देश पर ऑफलाइन राशन का वितरण किया था उसको पोर्टल पर दर्ज नहीं किया गया इसकी वजह से स्टॉक में गड़बड़ी 2019 से चली आ रही है उसको आज तक खाद विभाग के अधिकारी दूर नहीं कर पाए हैं ।इसीलिए राशन वितरण के स्टॉक में गड़बड़ी पोर्टल पर दिखती है तो भोपाल से राशन उचित मूल्य की दुकानों को नहीं दिया जाता है। जब एडवांस राशन वितरण की डिमांड भेजते हैं तभी इन्हें राशन मिलता है ।
वहीं उपभोक्ताओं के द्वारा सीएम हेल्पलाइन से लेकर एसडीएम से उचित मूल्य की दुकानों से समय पर राशन नहीं मिलने की शिकायत है की जा रही है ज्यादा शिकायतें सामने आने के बाद इस समस्या का समाधान निकालने के लिए इसके बाद एसडीएम प्रवीण प्रजापति ने संबंधित विभाग के अधिकारियों एवं सेल्समैनों की बैठक लेते हुए कहा कि जो भी स्टॉक में गड़बड़ी है उसका निराकरण जल्दी से जल्दी किया जाए ।
उपभोक्ताओं को राशन के लिए किसी भी हालत में परेशान ना होना पड़े यदि वहां परेशान होंगे तो आने वाले दिनों में संबंधित संस्थानों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी फूड इंस्पेक्टर को भी उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि स्टॉक में जो भी अंतर आ रहा है उसका समाधान जिले के अधिकारियों से बात करके किया जाए ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करवाया जाए सभी राशन दुकानों पर समय पर राशन वितरण हो ऐसे इंतजाम होने चाहिए। वही सेल्समैन ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि हमने ऑफलाइन राशन किया था उसको पोर्टल पर दर्ज करवाया जाए इस संबंध में हम लोग कई बार धरना प्रदर्शन से लेकर हड़ताल भी कर चुके फिर भी ऑफलाइन वितरण किया गऐ राशन को पोर्टल पर नहीं दर्ज करवाया जा रहा है।