आर्थिक लचीलेपन के कारण भारत चुनौतियों से निपटने में रहा सफल : PM मोदी
बेंगलुरू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि महामारी और युद्ध के बावजूद, भारत आर्थिक लचीलेपन के कारण चुनौतियों से निपटने में सक्षम रहा। इंडिया एनर्जी वीक (आईईडब्ल्यू) का उद्घाटन करते हुए तेल और गैस उद्योग के प्रतिनिधियों की एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि एक स्थिर और निर्णायक सरकार के साथ-साथ निरंतर सुधार और सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण ने देश को वैश्विक चुनौतियों से निपटने में मदद की।
उन्होंने कहा, ऊर्जा क्षेत्र के प्रति भारत की रणनीति चार प्रमुख कार्यक्षेत्रों घरेलू अन्वेषण और उत्पादन बढ़ाने, आपूर्ति का विविधीकरण, जैव ईंधन, इथेनॉल, संपीड़ित जैव गैस और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का विस्तार करने पर आधरित है।
प्रधान मंत्री ने यह भी बताया कि भारत का गैस पाइपलाइन नेटवर्क जल्द ही 35,000 किमी तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, भारत में गैस के बुनियादी ढांचे में निवेश करने का एक बड़ा अवसर है।
मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक हरित हाइड्रोजन अंतरिक्ष में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगले पांच साल में हम ग्रे की जगह ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल करेंगे, ताकि इसकी हिस्सेदारी 25 फीसदी तक बढ़ाई जा सके।’
प्रधान मंत्री ने कहा, हम 2030 तक अपने ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की खपत बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं। उन्होंने निवेशकों से भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए सबसे प्रासंगिक स्थान के रूप में देखने का आग्रह किया।
इस मौके पर मोदी ने इंडियन ऑयल द्वारा विकसित सोलर कुकिंग सिस्टम के ट्विन-कुकटॉप मॉडल का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा, अगले कुछ सालों में सोलर कुक-टॉप तीन करोड़ घरों तक पहुंच जाएगा। इस क्षेत्र में निवेश के लिए एक बड़ा अवसर है।