होली के चलते यूपी, बिहार की ट्रेनें फुल; आरक्षण काउंटरों पर लंबी-लंबी कतारें
नागपुर. नागपुर रेलवे स्टेशन पर होली के मद्देनजर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है. होली त्योहार में घर जाने वालों का तांता लगा हुआ है. उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही है. आरक्षण काउंटरों पर भी लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं. यहां आरक्षण करने वाले कर्मचारियों और यात्रियों की बीच रोजाना तू-तू मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हो रही है. हैरानी की बात है कि ऐसे में भी सेंट्रल रेलवे के अधिकारी काउंटरों की संख्या नहीं बढ़ा रहे हैं.
इससे यात्रियों में भारी असंतोष है. कोरोना के बाद भी नागपुर स्टेशन पर सभी आरक्षण काउंटर नहीं खोले जा रहे हैं. यात्री संगठनों की तरफ से की जा रही मांगों को भी अनदेखा किया जा रहा है. मंगलवार को स्टेशन के पश्चिमी गेट की तरफ मात्र तीन ही काउंटर खुले हुए थे, जिन पर काफी भीड़ थी. इसपर एक वरिष्ठ नागरिक की आरक्षण करने वाले कर्मचारियों से बहस भी हो गई.
दरअसल, गरमी के कारण लोग पहले से परेशान हैं, ऊपर से एक एक घंटे तक लाइन में लगे रहने से लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. लंबी कतार होने के कारण महिलाओं और बुजुर्गों को खासी परेशानी हो रही है. रेलवे बोर्ड ने अनारक्षित कोच की संख्या को बढ़ाने का निर्देश दे रखा है परंतु अभी तक सेंट्रल रेलवे के अधिकांश ट्रेनों में यह सुविधा यात्रियों को नहीं मिल रही है.
यात्रियों की भीड़ का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि यूपी और बिहार की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें हाउसफुल चल रही हैं. नागपुर होकर जाने वाली सिकंदराबाद-पटना एक्सप्रेस में रविवार को पैर रखने की भी जगह नहीं थी. भीड़ की वजह से आरक्षण कराने के बाद सफर करने वाले यात्रियों को भी परेशानी हो रही है. स्लीपर और वातानुकूलित कोच में क्षमता से अधिक यात्री सफर कर रहे हैं. समय पर घर पहुंचने की होड़ में जुर्माना देकर भी यात्री सफर करना चाह रहे हैं. यात्री संगठनों का कहना है कि रेलवे को त्योहारों के मद्देनजर ट्रेनों और आरक्षण काउंटरों की संख्या तत्काल बढ़ाना चाहिए.