इन कारणों से भी बढ़ सकता है घर का वास्तु दोष
काले, लम्बे और चमकदार बाल हर महिला की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। आज के समय में हर लड़की अपने बालों का काफी ध्यान रखती हैं और बालों में जरा सी भी परेशानी नहीं होने देती। लेकिव अगर ऐसा कुछ हो भी जाए तो वे कई तरह के उपाय करती हैं, ताकि उसकी हर तरह की समस्या दूर हो जाए। लेकिन क्या कभी किसी न ये सोचा होगा कि हमारे बाल ही घर की नकरात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। जी हां, ये बात सच है वास्तु के मुताबिक अगर सही ढंग से बालों की देखभाल न की जाए तो ये नकरात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं। जिससे धीरे-धीरे घर में वास्तु दोष पैदा होने लगता है।
ऐसा माना जाता है कि मासिक धर्म के पहले दिन बाल नहीं धोने चाहिए। ऐसा करने पर महिलाओं की तकलीफ बढ़ जाती है और नकारात्मक ऊर्जा उन पर हावी होती है। तो पहले एक या दो दिनों तक बाल धोने नहीं चाहिए। वैसे वैज्ञानिकों का मानना है कि इन दिनों बाल धोने से महिला को ठंड लग सकती है, जिससे गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है।
कहते हैं कि अगर कंघी करते-करते बाल नीचे गिर जाए, तो इसे अशुभ माना जाता है। बालों का लगातार टूटकर गिरना भी शुभ नहीं होता। मान्यता है कि बाल अगर लगातार टूट रहे हैं और घर में फैले रहते हैं, तो यह परिवार में कलह पैदा करते हैं। जिसकी वजह से घर में वास्तु दोष पैदा होने लगता है। ऐसा माना जाता है कि जब लड़कियों के बाल टूटते हैं तो वे कई बार ईधन-उधर फैंक देती हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। बालों को इकट्ठा करके एक अलग कोने या डस्टबिन में डालना चाहिए। वास्तु शास्त्र में खुले स्थान पर बाल गिराना या गिरना सही नहीं माना जाता है। कहते हैं कि इससे नकरात्मक ऊर्जा उस व्यक्ति पर जल्दी हावी होती है।
दिन के मुकाबले रात में नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा हावी रहती है, इसलिए रात में बाल नहीं बनाने चाहिए। अगर जरूरत हो और रात में बाल बनाने पड़े तो कमरे में ही कंघी करनी चाहिए, कहीं बाहर नहीं। ऐसा माना जाता है कि पूजा घर में या मंदिर में बाल खुले छोड़कर नहीं जाना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि महिला बाल खोलकर पूजा-पाठ करती है, तो घर के सदस्यों के लिए दुर्भाग्य आता है और उन्हें किए गए पूजन का लाभ नहीं मिलता है।
महिलाओं के अलावा बालों से जुड़े कुछ शुभ-अशुभ संकेत पुरुषों से भी जुड़े हैं। पुरुषों को शनिवार, मंगलवार और गुरुवार को बाल नहीं कटवाने चाहिए। ऐसा न करने पर घर में धीरे-धीरे वास्तु दोष बढ़ने लगता है।