आजम के मंत्री काल में जौहर ट्रस्ट पर खूब हुई धनवर्षा, बैलेंस शीट में खुलासा
रामपुर: इसे सत्ता की हनक ही कहा जाएगा कि जब-जब आजम खां सूबे की सरकार में मंत्री रहे, उनके जौहर ट्रस्ट पर खूब धनवर्षा हुई। जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण से लेकर उसके संचालन तक को आजम के समर्थकों ने दिल खोलकर चंदा दिया। इसकी गवाही खुद ईडी को सौंपी गई जौहर ट्रस्ट की बैलेंस शीट दे रही है। धोखाधड़ी समेत तमाम मामलों में सीतापुर की जेल में बंद सपा सांसद आजम खां पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कस रखा है।
जानकारी में आया है कि जौहर ट्रस्ट को जब-जब प्रदेश में सपा की सरकारें रहीं तब-तब करोड़ों रुपये का दान मिला। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने ईडी को बैलेंस शीट सौंपते हुए आरोप लगाया है कि आजम खां सूबे के सबसे कद्दावर मंत्री माने जाते थे। यही वजह है कि उनके मंत्रित्वकाल में गलत तरह से दान के तौर पर लाखों-करोड़ों रुपये मिले। दानदाताओं ने तब ट्रस्ट को उतना चंदा नहीं दिया जब वह सत्ता से बाहर थे।
मालूम हो कि ईडी इस मामले में प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करके आजम खां से सीतापुर जेल में कई बार पूछताछ भी कर चुकी है। आकाश सक्सेना से इस बारे में पूछताछ बाकी है। आकाश ने अपने आरोपों के पक्ष में दानदाताओं की सूची भी उपलब्ध कराई है।
जौहर ट्रस्ट पर यह हैं आरोप
-खातों और अभिलेखों की किताबों में दान रसीद के रूप में अवैध धन दिखा कर संपत्ति की पहले से ही कम मूल्य वाली कीमतों से मेल खाने की साजिश।
-आय और दान के माध्यम से प्रबंधित दान की कर योग्यता से बचा गया।
-काले धन की शेष राशि को बहीखातों में से निवेश किया गया था ताकि अधिकारियों द्वारा देखी गई दान राशि के अत्याधिक खुलासे से बचा जा सके।