उत्तर प्रदेशराज्य

SMS में पेड़ लगाकर पृथ्वी दिवस मनाया गया

लखनऊ : हम सब जानते हैं कि “बढ़ती आबादी, घटते पेड़” और अनियंत्रित पृथ्वी के अवयवो के दोहन से धरती पर भारी संकट गहरा गया है” । विगत 10 (दस) वर्षों में भारत देश की आबादी तेजी बढ़ कर 2015 के सापेक्ष 127 से लगभग 145 करोड़ हो गईजो लगभग 15% का इजाफा दर्शाता है। वहीं विश्व की आबादी 10 वर्षों में 65 करोड़ का इजाफा हुआ है जो वर्ष 2015 के सापेक्ष 747 करोड़ से बढ़कर लगभग 823 करोड़ हो चुकी है जो मात्र 10% ही है। बढ़ी हुई आबादी का सीधा असर प्रकृति पर मौजूद प्राकृतिक सम्पदा को खत्म करने पर सीधे पड़ रहा है।

आज सबसे ज्यादा बड़ा खतरा अब उर्जा की हो रही और हमे अक्षय उर्जा का अधिक से उप्योग किया जाना चाहिये। इस वर्ष के विश्व पृथ्वी दिवस का थीम भी “अपनी उर्जा अपनी पृथ्वी” रखा गया है। यह भी देखा गया है जहां की आबादी घनी होती जा रही है,। वही प्राकृतिक संसाधन की कमी पड़ने लगती हैं। इसी क्रम में एक तरफ जहाँ पानी का भी संकट गहरा रहा है वही दूसरी तरफ प्रदूषण बढता जा रहा है जिससे भीषण गर्मी एवम अप्रत्यासित चक्रवाती वारिस पहाडियो का खिसकना जीवन को दूभर कर दिया है। यदि समय रहते न चेते तो उपलब्ध पानी और हवा के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। उपरोक्त बाते पृथ्वी दिवस के अवसर पर स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट साईंसेज, लखनऊ में छात्र-छात्राओं में चेतना जगाने हेतु कही गयी।

पृथ्वी दिवस के अवसर पर धरती को हरा-भरा रखने, इसे प्रदूषण मुक्त करने हेतु आवश्यक कदम उठाने, व अधिक से अधिक पेड़ लगाने तथा पृथ्वी की सम्पदा के दोहन को कम करने एवं पानी बचाने के प्रयास हेतु श्री शरद सिह, सचिव व कार्यकारी-अधिकारी, व डॉ0 भरत राज सिंह पर्यावरणविद् व महानिदेशक आदि ने अपने वक्तव्य में वचनबद्धता की प्रेरणा दी तथा संस्था में बृक्षारोपड का भी कार्य छात्र/छात्राओं और शिक्षको द्वारा किया गया। इस अवसर पर सह-निदेशक, डा.धर्मेंद्र सिह, अधिष्ठाता, डा.पी.के.सिँह, डॉ.हेमंत कुमार सिँह, विभागाध्यक्ष डॉ. आशा कुलश्रेष्ठ, डा. पुष्पान्जली सिह, डा.शोभना सिह, श्रीमती सुजाता सिन्हा, डॉ.अजय सिँह यादव, डा.श्रिंखला श्रीवास्तव और शिक्षकगण एवं छात्र-छात्रायें भी उपस्थित रहे।

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