नेपाल में शनिवार सुबह करीब 4 बजे लगे भूकंप के झटके: दहशत में लोग घरों से बाहर निकले
काठमांडू: शनिवार सुबह नेपाल एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल उठा। सुबह करीब 4 बजे आए इस भूकंप ने जुम्ला जिले में लोगों को घरों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया। नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी (NCS) और यूनाइटेड स्टेट्स ज्योलॉजिकल सर्वे (USGS) ने पुष्टि की है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई और इसका केंद्र धरती के भीतर 10 किलोमीटर गहराई पर था।
हालांकि भूकंप से किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लोगों में डर का माहौल है। नेपाल में भूकंप की त्रासदी पहले भी लोगों के लिए विनाशकारी साबित हुई है। साल 2023 में आए एक भयानक भूकंप ने 70 से अधिक जानें ली थीं।
ज़िम्बाब्वे में भी महसूस किए गए झटके
भूकंप की घटनाएं बीते शुक्रवार को ज़िम्बाब्वे में भी देखने को मिलीं। भारतीय समयानुसार दोपहर 12:41 बजे करिबा से 22 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में 4.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। हालांकि इस घटना में भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन डर के कारण लोग घरों से बाहर निकल आए।
वानुआतु में भीषण तबाही
इससे पहले प्रशांत महासागर के देश वानुआतु में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई। रिक्टर स्केल पर 7.3 तीव्रता के इस भूकंप ने 14 लोगों की जान ले ली और 3 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए। 80 द्वीपों वाले इस देश में घर और सरकारी कार्यालय बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और न्यूजीलैंड की एंबेसी के कार्यालयों को भी नुकसान पहुंचा। इस भूकंप के भयानक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिन्हें देखकर किसी का भी दिल दहल जाए।
भूकंप की लगातार हो रही घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि प्रकृति के सामने इंसान कितना असहाय हो सकता है। भले ही आधुनिक तकनीक से पहले से चेतावनी दी जा सकती है, लेकिन इससे होने वाले नुकसान को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता।