नई दिल्ली : क्या आप लेट 20s या 30s में हैं और अभी से स्किन डलनेस, फाइन लाइन्स, आंखों के पास रिंकल्स जैसी चीजें चेहरे पर नजर आने लगी हैं? अगर हां, तो आपकी त्वचा प्रीमैच्योर एजिंग से जूझ रही है यानी समय से पहले ही आपका बुढ़ापा दिखने लगा है। इसकी अहम वजह बहुत ज्यादा तनाव, भागदौड़ भरी जिंदगी, सही खान-पान न होना जैसी चीजें हो सकती हैं। हालांकि, हेक्टिक एंड बिजी लाइफस्टाइल के कारण स्किन को हो रहे इस नुकसान को धीमा कर चेहरे को फिर से यंग एंड ग्लोइंग लुक दिया जा सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ अपने खाने में कुछ चीजों को जोड़ना है, जिनके बारे में न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने जानकारी दी है।
गाजर में बीटा कैरोटीन और ऑरेंज पिगमेंट्स होते हैं, जो न सिर्फ स्किन को यूथफुल रखने में मदद करते हैं बल्कि ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। रोज इस सब्जी का एक ग्लास जूस पीने पर आंखों की रोशनी बेहतर होती है और लंग कैंसर का खतरा भी कम होता है।
इस खट्टे-मीठे फल में रेस्वेराट्रोल और विटमिन-सी होते हैं।एंटी-एजिंग प्रॉपर्टीज से भरपूर अंगूर स्किन सेल्स के टूटने को रोकते हैं। अगर रोज बैंगनी अंगूर का रस पिया जाए, तो ये आर्टरी में क्लॉट फॉर्मेशन की आशंका को भी कम कर सकता है।
खट्टे फल संतरे में विटमिन सी ही नहीं बल्कि एंटीऑक्सिडेंट्स की भी भरमार होती है। ये तत्व स्किन के लिए तो अच्छे होते हैं ही, साथ ही में ये कैंसर से बचाव करने और कोलेस्ट्रॉल एंड ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखने में मददगार साबित होते हैं।
लगभग हर भारतीय सब्जी में डलने वाली प्याज एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है। ये आर्टरी क्लॉटिंग से बचाव करती है। इसके साथ ही प्याज शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बूस्ट करती है।
इस पत्तेदार सब्जी में एंटीऑक्सिडेंट्स की भरमार होती है, जो न सिर्फ सेल्स को डैमेज से बचाती है, बल्कि स्किन को यूवी रेज से भी सुरक्षित रखती है। इसे या तो कच्चा खाएं या फिर हल्का पकाकर। डॉक्टर मुखर्जी के अनुसार, पत्तागोभी को खाने का बेस्ट तरीका उसे हल्का फ्राई या स्टीम देकर खाना है। इससे उसके पोषक तत्वों ज्यादा बेहतर शरीर में एब्जॉर्ब होते हैं।
पालक में हाई-वॉटर कन्टेंट होता है, जो झुर्रियों को बनने से रोकता है। ये हरी पत्तेदार सब्जी मोतियाबिंद से भी सुरक्षा प्रदान करती है। पालक में विटमिन-के काफी ज्यादा होता है, जो ब्लड वेसल्स को मजबूती देते हुए लंग कैंसर व दिल की बीमारियों से शरीर को सुरक्षित रखने में मददगार साबित होता है।
टमाटर एंटीऑक्सिडेंट्स और लाइकोपीन के प्रमुख स्रोतों में से एक है। ये एसोफैगस, पेट और कोलोन कैंसर से शरीर को बचाता है। टमाटर को पकाने या कैन में पैक करने पर भी इसका लाइकोपीन नष्ट नहीं होता है। इसीलिए चाहे इसका जूस पिएं, सॉस खाएं या फिर ग्रेवी में डालें, इस लाल सब्जी के गुण यंग लुक्स को प्रिजर्व करने में मददगार साबित होते हैं।