नई दिल्ली/चंडीगढ़ । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को पंजाब कांग्रेस के नेता सुखपाल सिंह खैरा को मादक पदार्थो की तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया। उन्हें ईडी की दिल्ली टीम ने पंजाब से धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया था।
इससे पहले, मार्च में केंद्रीय जांच एजेंसी ने ड्रग्स मनी लॉन्ड्रिंग और एक फर्जी पासपोर्ट रैकेट मामले में चंडीगढ़ में खैरा से जुड़े आठ स्थानों और दिल्ली में उनके दामाद की संपत्ति पर भी छापेमारी की थी। ईडी द्वारा दो अलग-अलग मामलों में संज्ञान लिए जाने के बाद खैरा की जांच की जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस सिलसिले में 3.5 करोड़ रुपये के मनी ट्रेल का पता लगाया है।
जांच के दौरान कुछ शीर्ष फैशन डिजाइनरों को भी तलब किया गया था। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने खैरा की बेटी की पोशाक डिजाइन की थी और कथित तौर पर उन्हें आंशिक रूप से नकद भुगतान किया गया था। खैरा आम आदमी पार्टी और फिर अपनी पंजाब एकता पार्टी को छोड़कर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हो गए।
वह 2017 में आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के कथित तानाशाही रवैये का हवाला देते हुए आप से इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले खैरा ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था। उनके वकील ने छापेमारी का श्रेय खैरा को दिया, जो चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। खैरा ने इस साल राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली के दौरान मारे गए एक युवा प्रदर्शनकारी नवप्रीत सिंह की मौत की न्यायिक जांच की भी मांग की थी।