मुंबई, प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने शहर की एक पीएमएलए (PMLA) अदालत के समक्ष दावा किया है कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के व्यवसायी प्रवीण राउत (Praveen Raut) ने ‘‘राजनीतिक रूप से सक्रिय एक व्यक्ति” के लिए भुगतान किया और वह ‘‘एक मुखौटे के रूप में काम कर रहा है” या कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मिलीभगत कर रहा है।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत ईडी ने दो फरवरी को राउत को गिरफ्तार किया था। हिरासत का समय खत्म पर बुधवार को राउत को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसकी हिरासत की अवधि शुक्रवार तक के लिए बढ़ा दी। गौरतलब है कि एजेंसी ने पिछले साल शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से पीएमसी बैंक मामले और प्रवीण राउत की पत्नी के साथ उनके कथित संबंधों के संबंध में भी पूछताछ की थी।
प्रवीण राउत ‘गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कम्पनी के पूर्व निदेशक हैं, जिन्हें ईडी ने मुंबई में एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास से संबंधित 1,034 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था। ईडी ने बुधवार को व्यवसायी की हिरासत मांगते हुए अदालत से कहा था कि धन शोधन मामले की चल रही जांच एक महत्वपूर्ण चरण में है और आरोपी इसमें शामिल प्रमुख लोगों में से एक है। उनके खिलाफ मामला ‘हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड’ की एक सहायक कम्पनी, उससे जुड़ी एक कम्पनी द्वारा एक भूखंड के एफएसआई (फ्लोर स्पेस इंडेक्स) की बिक्री में कथित अनियमितताओं से संबंधित है।
ईडी ने हिरासत की मांग करते हुए कहा कि राउत ‘‘एक मोर्चे के रूप में काम कर रहा है” या कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मिलीभगत कर रहा है। वहीं, ‘‘राजनीतिक रूप से सक्रिय एक व्यक्ति” की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए टिकट और होटल आवास की बुकिंग भी प्रवीण राउत ने की थी। एजेंसी ने कहा कि उचित निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए अब तक एकत्र किए गए और सबूतों के संबंध में उनसे पूछताछ कराने के लिए भी प्रवीण राउत की हिरासत की आवश्यकता है।