नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई की। इस दौरान हरियाणा के गुरुग्राम में 245 करोड़ रुपये मूल्य के 15 भूखंडों पर ईडी ने कब्जा लिया। एजेंसी ने कहा कि यह भूखंड त्रिकार समूह के हैं, जो यूनिटेक के एक बेनामी समूह पर नामित है। बयान में कहा कि ईडी ने पहले इन अचल संपत्तियों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) की धाराओं के तहत कुर्क किया था। ईडी ने कहा, संपत्ति की कुर्की में कार्नौस्टी समूह, शिवालिक समूह, त्रिकार समूह की शेल और चंद्रा परिवार की निजी कंपनियों की संपत्तियां शामिल हैं।
45 जगहों पर ली गई तलाशी : यूनिटेक समूह के प्रवर्तक संजय व अजय चंद्रा और उनके परिवार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज कई एफआईआर पर किया गया। एजेंसी ने मामले में चंद्रा बंधुओं, रमेश चंद्र, प्रीति चंद्रा, राजेश मलिक को गिरफ्तार किया था। ईडी ने इस मामले में कुल 1,132.55 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने और दो चार्जशीट दाखिल करने के अलावा 45 जगहों पर तलाशी ली गईं। समूह पर वर्ष 2021 में आरोप लगा था कि उन्होंने अवैध रूप से 2,000 करोड़ रुपये से अधिक साइप्रस और केमैन आइलैंड्स को डायवर्ट किया था।
वहीं, ग्रेटर फरीदाबाद की विभिन्न सोसाइटी में करीब दो हजार लोगों को फ्लैट नहीं मिले हैं। लोग पुलिस थानों से लेकर अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। कई तो ऐसे हैं जिन्हें 17 साल बाद भी घर नहीं मिले। लोगों का कहना है कि बिल्डर के खिलाफ मामला दर्ज करवाने से भी कुछ हासिल नहीं हो पा रहा है। अदालतों से भी तारीखें मिल रहीं हैं।