मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED की बड़ी कार्रवाई, दिल्ली-गुरुग्राम में IREO समूह के 11 ठिकानों पर छापे
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईआरईओ ग्रुप और इसके प्रबंध निदेशक ललित गोयल के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच के लिए दिल्ली और गुरुग्राम स्थित 11 ठिकानों पर छापे मारे। ललित गोयल को 16 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय एजेंसी ने बताया कि आईआरईओ प्राइवेट लिमिटेड और ग्रुप की दो अन्य कंपनियों आईएमडी रियलिटी प्राइवेट लिमिटेड, मदइरा कॉनबुल्ड प्राइवेट लिमिटेड व इनकी भागीदार ग्लोबल एस्टेट के व्यावसायिक परिसरों पर छापे की कार्रवाई सोमवार को शुरू की गई थी।
इस दौरान संपत्ति और विदेशी निवेश से जुड़े कागजात, लैपटॉप, मोबाइल फोन, 14 लाख की भारतीय और विदेशी मुद्रा जब्त किए गए। हरियाणा पुलिस की ओर से पंचकूला, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में रिपोर्ट और दिल्ली के हौज खास थाने में आईआरईओ, इसके निदेशक ललित गोयल और अन्य के खिलाफ प्लॉट और फ्लैट नहीं देने और पैसे को खुर्द-बुर्द करने की रिपोर्ट के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की थी।
ईडी की जांच के दौरान ग्रुप के घपलेबाजी के तरीके का भी खुलासा हो गया। इससे पता चला कि शेयरों की पुनर्खरीद, खातों में जाली प्रविष्टियों, फर्जी खर्च, ग्रुप की अन्य कंपनियों को ब्याजमुक्त कर्ज, मुखौटा कंपनियों में भेजा दिखाकर पैसा पहले टैक्स चोरों का स्वर्ग माने जाने वाले ब्रिटिश वर्जिन आइसलैड, मॉरीशस आदि में भेजा गया। इसके बाद इससे विदेशों में संपत्तियां बनाई गईं। ईडी के मुताबिक, कुल घपलेबाजी 2600 करोड़ रुपये की है।
ईडी की जांच में पता चला कि ललित गोयल इस पूरे घपले का मास्टरमाइंड है। विदेशों में स्थित ग्रुप की सभी संपत्तियां ग्वेर्नेसे स्थित एक ट्रस्ट के पास हैं। इस ट्रस्ट का पूरा नियंत्रण ललित गोयल के पास है। हाल के पंडोरा पेपर लीक मामले में भी ललित गोयल के नियंत्रण वाली चार कंपनियों का नाम सामने आया था। इनकी कीमत करीब 575 करोड़ रुपये है। ईडी ने विशेष कोर्ट से ललित गोयल को 7 दिन के रिमांड पर लिया था। रिमांड बाद में 26 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया।
आयकर विभाग ने मंगलवार को गुजरात की दो प्रमुख कंपनियों एस्ट्रल पाइप्स और रत्नमणि मेटल्स के चार राज्यों में 40 ठिकानों पर छापे मारे। इसमें गुजरात के अहमदाबाद में 25 और महाराष्ट्र, दिल्ली व राजस्थान के 15 ठिकाने शामिल हैं। एस्ट्रल पाइप्स के चेयरमैन संदीप इंजीनियर और रत्नमणि के चेयरमैन प्रकाश सांघवी की आयकर विभाग जांच कर रहा है। इसके अलावा दोनों कंपनियों के अन्य निदेशकों की भी जांच की जा रही है।